नयी दिल्ली : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को लेकर चीनी समकक्ष वांग यी से गुरुवार को बातचीत की. मालूम हो कि इससे पहले चीन और भारत के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक 20 फरवरी को मोल्दो-चुशूल सीमा रेखा मीटिंग प्वाइंट पर हुई थी.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”आज दोपहर स्टेट काउंसिलर और विदेश मंत्री वांग यी से बात की. सीमा गतिरोध पर हमने मास्को समझौते के कार्यान्वयन पर चर्चा की और सैनिकों की वापसी की स्थिति की समीक्षा की.”
मालूम हो कि पांच मई, 2020 में पूर्वी लद्दाख के एलएसी पर पैंगोंग झील क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य गतिरोध शुरू हो गया था. इसके बाद दोनों देशों ने सीमा पर जवान और हथियार तैनात कर दिये थे.
दोनों देशों के बीच उत्पन्न हुए गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की 10वें दौर की बातचीत हो चुकी है. इसके बाद दोनों देशों ने पीछे हटने पर सहमति जतायी. इसके बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत हुई है.
गौरतलब हो कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने के फैसले पर कहा था कि एलएसी से टकराव के बिंदुओं से सेनाओं की वापसी के समझौते में भारत सरकार ने किसी भू-भाग को खोया नहीं है.