हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह पंचतत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि
Tamil Nadu Chopper Crash News तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का आज दिल्ली के बरार स्क्वायर में अंतिम संस्कार किया गया. लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह की बेटी ने नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी.
Tamil Nadu Chopper Crash News तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का आज दिल्ली के बरार स्क्वायर में अंतिम संस्कार किया गया. लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह की बेटी ने नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले उन्हें बरार स्क्वायर श्मशान घाट में श्रद्धांजलि दी गई.
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और अन्य सैन्य अधिकारियों ने लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. कर्नल की पत्नी और बेटी ने भी उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का दिल्ली के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इसी के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए.
#WATCH | Daughter of Lt Colonel Harjinder Singh, who died in the Tamil Nadu chopper crash, performs his last rites at Brar Square in New Delhi pic.twitter.com/RDY58ZIDj7
— ANI (@ANI) December 12, 2021
लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह सीडीएस जनरल बिपिन रावत के एसओ के रूप में कार्यरत थे. उन्हें सेना का एक ऐसा अफसर कहा जाता था, जो हमेशा मुस्कुराते रहते थे. लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह का जन्म 17 अप्रैल 1978 को हुआ था. उन्होंने नई दिल्ली के नेशनल डिफेंस कॉलेज में एक प्रतिष्ठित पाठ्यक्रम का अध्ययन किया था. इतना ही नहीं, वह एक एक्टिव लेखक भी थे. उन्होंने ज्यादातर लेख सेना के निर्माताओं पर लिखे थे. हरजिंदर सिंह 11 गोरखा राइफल्स के थे और वे सियाचिन ग्लेशियर सहित कई बटालियनों में तैनात थे. लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह मूल रूप से लखनऊ से थे. उन्होंने सीडीएस के स्टाफ ऑफिसर के रूप में कार्य किया था.
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में 8 दिसंबर को सेना के एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत ग्यारह अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी. हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का फिलहाल इलाज किया जा रहा है. सेना का जो विमान क्रैश हुआ उसमें कुल 14 लोग सफर कर रहे थे.
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