Tamil Nadu: तमिलनाडु में एक जिला कलेक्टर द्वारा कथित रूप से अपने मातहत को अपने जूते उठाकर रखने के लिए कहने पर विवाद छिड़ गया है. हालांकि अधिकारी ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. कल्लाकुरिची के कलेक्टर सरवन कुमार जटावथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है जिसमें वह कथित रूप से अपने सहायक को उनके जूते उठाकर रखने के लिए कहते दिख रहे हैं. इस घटना की कई लोगों ने जमकर आलोचना की है. जटावथ ने बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने कभी अपने मातहत को उनके जूते उठाकर रखने के लिए नहीं कहा.
सरवन कुमार जटावथ ने कुछ भी गलत करने की बात से इनकार किया है. उन्होंने दावा किया- मैंने कभी भी अपने दफेदार को जूते उठाकर रखने के लिए नहीं कहा. बल्कि इस वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया है और वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. वहां मौजूद रिपोर्टर यह जानते हैं कि ये आरोप सच नहीं है. जो वहां मौजूद नहीं था उसने इस वीडियो से छेड़छाड़ की है और घटना को गलत तरीके से पेश किया है. वीडियो के सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद कई लोगों ने अधिकारी की आलोचना की.
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विश्व प्रसिद्ध कुवागम महोत्सव से पहले जटावथ ने कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कुवागम कूथान्दावर मंदिर का दौरा किया था. कुवागम महोत्सव, देश और दुनियाभर के ट्रांसजेंडरों द्वारा मनाया जाता है. कल्लाकुरिची चेन्नई से करीब 240 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मंदिर में प्रवेश के दौरान अधिकारी ने अपने जूते उतारे थे और कथित रूप से अपने सहायक को जूते उठाकर कहीं और रखने को कहा था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद विवाद पैदा हो गया.