Jammu Kashmir जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार गैर स्थानीय को निशाना बना रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को श्रीनगर में एक गोलगप्पे बेचने वाले की हत्या कर दी गई. वहीं, पुलवामा में यूपी के रहने वाले सागीर अहमद को भी गोली मार दी है. आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकवादियों ने श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बिहार के एक गोलगप्पे वाले की गोली मारकर हत्या कर दी है. बिहार के बांका के रहने वाले अरविंद कुमार को आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह इलाके में गोली मार दी. अस्पताल पहुंचने से पहले अरविंद की मौत हो गई. कुछ देर बाद ही पुलवामा में यूपी के मजदूर सागीर अहमद को गोली मारे जाने की सूचना मिली. सागीर बुरी तरह घायल है और इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि आज श्रीनगर में आतंकी हमले में स्ट्रीट वेंडर अरविंद कुमार की हत्या की कड़ी निंदा करते हैं. यह एक नागरिक को इस तरह निशाना बनाए जाने का एक और मामला है. अरविंद कुमार कमाई की तलाश में श्रीनगर आया था और उनकी हत्या कर दी गई. यह घोर निंदनीय है.
बता दें कि हाल के दिनों में आतंकियों ने कई गैर-मुस्लिम और गैर-कश्मीरी लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी है. इससे पहले 5 अक्टूबर को श्रीनगर में बिहार के एक रेहड़ी वाले की हत्या कर दी गई थी. वहीं, सितंबर में कुलगाम के नेहामा इलाके में आतंकियों ने बिहार के एक मजदूर की हत्या कर दी थी. इसी महीने आतंकियों ने 8 नागरिकों की हत्या कर दी है. इनमें से 5 अल्पसंख्यक समुदाय से हैं और 6 हत्याएं श्रीनगर में हुई हैं.
पिछले सप्ताह श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल के अंदर महिला प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जबकि, प्रमुख कश्मीरी पंडित और श्रीनगर की सबसे प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक माखन लाल बिंदू की गोली मारकर हत्या कर दी गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2021 में अब तक कुल 29 नागरिकों को आतंकवादियों ने मार गिराया है.
बताया जा रहा है कि कश्मीर में लक्षित नागरिक हत्याओं के कारण पिछले एक सप्ताह से पहले से पारगमन शिविरों में रहने वाले कई कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ है. दर्जनों परिवार कई सरकारी कर्मचारी, जो कश्मीरी प्रवासियों के लिए प्रधानमंत्री की विशेष रोजगार योजना के तहत नौकरी दिए जाने के बाद घाटी लौट आए थे, चुपचाप आवास छोड़ गए हैं.