गुवाहाटी : असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का निधन हो गया है. इस बात की घोषणा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने की. निधन की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अस्पताल पहुंच गये हैं. गोगोई के पार्थिव शरीर को दिसपुर में उनके आवास पर ले जाया जाएगा. वहां से पार्थिव शरीर को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में ले जाया जाएगा जहां लोग मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दे पायेंगे. पूरे राजकीय सम्मान से गोगोई का अंतिम संस्कार किया जाएगा और परिवार के साथ बातचीत के बाद अंतिम संस्कार के स्थान पर फैसला किया जाएगा.
गोगोई की तबीयत आज सुबह ज्यादा बिगड़ गयी थी, जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अपने कार्यक्रमों को रद्द करके डिब्रूगढ़ से गुवाहाटी लौटे थे. उन्होंने ट्वीट कर इस बता की जानकारी दी थी और कहा था कि आदरणीय तरुण गोगोई दा की तबीयत बिगड़ गयी है. वे हमेशा मेरे लिए पिता के समान रहे हैं. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना लाखों लोगों के साथ कर रहा हूं.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा-उनके निधन के बारे में जानकर दुख हुआ, उनका निधन एक युग का अवसान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तरुण गोगोई के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें प्रसिद्ध नेता और वेटरन प्रशासक बताया है. उन्होंने अपने संदेश में तरुण गोगोई के परिवार वालों के प्रति संवेदना जतायी है और कहा है कि इस दुख की घड़ी में वे उनके साथ हैं.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि गोगोई उनके लिए महान शिक्षक थे और उनका पूरा जीवन असम के लोगों को एकसाथ लाने में समर्पित रहा. उन्होंने गोगोई के पुत्र गौरव गोगोई और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति संवेदना भी प्रकट की. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, तरूण गोगोई एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे.
Shri Tarun Gogoi Ji was a popular leader and a veteran administrator, who had years of political experience in Assam as well as the Centre. Anguished by his passing away. My thoughts are with his family and supporters in this hour of sadness. Om Shanti: PM Narendra Modi pic.twitter.com/ub4UWImyGE
— ANI (@ANI) November 23, 2020
तरुण गोगोई असम के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे. वे 2001 से 2016 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. वे कांग्रेस पार्टी के नेता थे. वे लगातार 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे थे. तरुण गोगोई का जन्म एक अप्रैल 1936 में हुआ था. उनके पिता डॉक्टर थे. उन्होंने गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री ली थी. वे छह बार लोकसभा के सदस्य चुने गये थे. तरुण गोगोई ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नरसिंह राव के साथ भी काम किया था.
गौरतलब है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई की तबीयत सोमवार की सुबह और बिगड़ गयी थी. उनकी देख भाल कर रहे चिकित्सकों ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की हालत बेहद नाजुक है. गौहाटी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक अभिजीत शर्मा ने बताया कि 80 साल की उम्र पार कर चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता की देखभाल नौ चिकित्सकों की एक टीम कर रही थी.
Assam CM tweets, "Flying back to Guwahati from Dibrugarh after cancelling my programmes midway to be on side of respected Tarun Gogoi da & his family as the former CM's health deteriorates. He has always been a father figure to me. I join millions in praying for his recovery". pic.twitter.com/aF2RYPMIdZ
— ANI (@ANI) November 23, 2020
उल्लेखनीय है कि 84 वर्षीय कांग्रेस नेता का इलाज गौहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में चल रहा था. डॉक्टरों ने आज कहा कि उनकी स्थिति बेहद, बेहद नाजुक है और डॉक्टर बेहतर प्रयास कर रहे हैं . गोगोई के बेटे के साथ जीएमसीएच में मौजूद असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विस्व सरमा ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति बहुत नाजुक एवं चिंताजनक है. वह पूरी तरह जीवन रक्षक उपकरण पर हैं हालांकि, डॉक्टर प्रयास कर रहे हैं.अब उनकी स्थिति में सुधार के लिए ईश्वर का आशीर्वाद और लोगों की प्रार्थना आवश्यक है.
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तरूण गोगोई की तबीयत की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अपना डिब्रूगढ़ दौरा बीच में ही छोड़कर गुवाहाटी लौट रहे हैं. उन्होंने खुद ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है. तरुण गोगोई का लगातार डायलिसिस किया जा रहा था लेकिन कुछ फायदा नहीं हो रहा था. तरुण गोगोई को अगस्त महीने में कोरोना का संक्रमण भी हुआ था जिसके बाद से उनकी तबीयत खराब चल रही थी.
Posted By : Rajneesh Anand