स्वाद और गंध का पता नहीं चलना कोरोना के लक्षण, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया गाइडलाइन

नयी दिल्ली : स्वाद और गंध का पता ना चलना भी कोरोनावायरस के लक्षण हो सकते हैं, इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार 13 जून को एक गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन में इन दो लक्षणों को शामिल किया गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इन दो लक्षणों को कोरोनावायरस के लक्षणों में शामिल किया है. इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुसार बुखार, खांसी, थकान, बलगम, पूरे शरीर में दर्द, नाक बहना, गले में खराश और दस्त को कोरोना के लक्षणों में रखा गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2020 5:56 PM

नयी दिल्ली : स्वाद और गंध का पता ना चलना भी कोरोनावायरस के लक्षण हो सकते हैं, इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार 13 जून को एक गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन में इन दो लक्षणों को शामिल किया गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इन दो लक्षणों को कोरोनावायरस के लक्षणों में शामिल किया है. इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुसार बुखार, खांसी, थकान, बलगम, पूरे शरीर में दर्द, नाक बहना, गले में खराश और दस्त को कोरोना के लक्षणों में रखा गया था.

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मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार खाने-पीने की चीजों का स्वाद नहीं आना और गंध पहचानने की क्षमता अचानक खत्म होना कोविड-19 का लक्षण हो सकता है. ऐसे लक्षण वालों को तत्काल अपनी जांच करानी चाहिए. इस मुद्दे पर रविवार 7 जून को कोविड-19 पर राष्ट्रीय कार्य बल की बैठक में चर्चा हुई थी, लेकिन इसे अब से लक्षणों में शामिल किया गया है.

कोविड-19 से मरीज के पूरे तंत्रिका तंत्र को खतरा

विभिन्न अध्ययनों की समीक्षा के आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोविड-19 से पूरी तंत्रिका तंत्र को खतरा है. जर्नल ‘एन्नल्स ऑफ न्यूरोलॉजी’ में प्रकाशित शोधपत्र के मुताबिक अस्पताल में भर्ती करीब 50 फीसद कोविड-19 मरीजों को सिरदर्द, चक्कर आना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, चौकसी में कमी, सूंघने और स्वाद का अनुभव नहीं होना, स्ट्रोक, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द जैसे तंत्रिका तंत्र में विकार के लक्षणों का सामना कर पड़ रहा है.

कहा गया, ‘यह आम लोगों और चिकित्सकों के लिए जानना जरूरी है कि कोविड-19 के संक्रमण का संकेत बुखार, खांसी और सांस संबंधी परेशानियों के लक्षण आने से पहले तंत्रिका तंत्र में विकार के रूप में सामने आते हैं.’ विश्लेषण में वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के मरीजों में तंत्रिका तंत्र की विभिन्न संभावित विकार, इन विकारों का कैसे इलाज किया जाए और संक्रमण की प्रक्रिया की जानकारी दी. वैज्ञानिकों ने कहा कि वायरस प्रतिरोधक क्षमता से प्रतिक्रिया कर सकता है जिससे दिमाग में सूजन हो सकती और इससे दिमाग और नसों को नुकसान पहुंच सकता है.

सरकार ने ‘अनलॉक-1′ के लिए तस्वीर वाले दिशा-निर्देश जारी किये

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को ‘अनलॉक-1′ के दौरान कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से रोकने के लिए ‘कोविड-उचित आचरण’ की तस्वीरों वाले दिशा-निर्देश जारी किये हैं. ये दिशा-निर्देश रेस्टोरेंट, होटल, धार्मिक स्थलों, शॉपिंग मॉल और कार्यालयों के लिए जारी किये गये हैं तथा इन परिसरों में केवल बिना लक्षण वाले लोगों को और एक बार में सीमित संख्या में आगंतुकों को प्रवेश देने जैसी एहतियातों पर जोर दिया गया है.

इससे पहले, चार जून को मंत्रालय ने सरकारी एवं अर्द्धसरकारी परिसरों के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं जारी की थीं लेकिन अब लोगों को इसे बेहतर ढंग से समझाने के लिए मंत्रालय ने रंग-बिरंगी तस्वीरों वाले दिशा-निर्देश नये प्रारूप में जारी किये हैं. इसमें कहा गया, ‘जैसे-जैसे हम अनलॉक-1 में आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हमारे लिए कोविड संबंधी उचित आचरण का हर समय पालन करना आवश्यक है.’

देश में 1,45,779 एक्टिव मामले, 24 घंटे में 7135 मरीज हुए ठीक

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में 7135 मरीज कोरोनावायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. अब तक कुल 1,54,329 मरीज ठीक हो चुके हैं. देश में रिकवरी रेट 49.95 फीसदी है. 1,45,779 केस ऐक्टिव केस हैं, सभी मेडिकल सुपरविजन में हैं. देश में अब तक कोरोनावायरस के 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में भारत चौथे पायदान पर पहुंच गया है.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

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