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Cyclone Tauktae 2021: कोरोना संकट के बीच ‘साइक्लोन ताऊ ते’ का खतरा, जानिए भारत में कब और कहां देगा दस्तक और कहां होगी भारी बारिश

Cyclone Tauktae 2021/Tau Te Storm : देश में जारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच 2021 का पहला चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है. जी हां.. ‘ताऊ ते’ नामक यह तूफान देश के पश्चिमी तट से टकरा सकता है और आसपास के राज्यों के मौसम का प्रभावित कर सकता है. Cyclone Tauktae 2021, Cyclone, Cyclone 2021, Tauktae, Tauktae chakrawat, rain, Lakshadweep, Kerala, Karnataka, tamli nadu, rain, weather, imd, Myanmar, मौसम, चक्रवात, साइक्लोन, बारिश, आईएमडी, लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2021 6:45 AM
  • कोरोना संकट के बीच ‘साइक्लोन ताऊ ते’ का खतरा

  • ‘ताऊ ते’ नामक यह तूफान देश के पश्चिमी तट से टकरा सकता है

  • 14 मई की सुबह दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना

Cyclone Tauktae 2021/Tau Te Storm : देश में जारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच 2021 का पहला चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है. जी हां.. ‘ताऊ ते’ नामक यह तूफान देश के पश्चिमी तट से टकरा सकता है और आसपास के राज्यों के मौसम का प्रभावित कर सकता है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 14 मई की सुबह दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना नजर आ रही है जो 16 मई के करीब एक चक्रवाती तूफान के रूप में तेज हो सकता है. इस तूफान के 19-20 मई को गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ तट पहुंचने की संभावना विभाग ने जताई है.

भारतीय मौसम विभाग ने 15-16 मई को लक्षद्वीप द्वीपसमूह के निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी करने का काम किया है. विभाग की मानें तो दक्षिण-पूर्व अरब सागर और समीपवर्ती लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र और भूमध्यरेखीय हिंद महासागर में समुद्र की स्थिति शुक्रवार-शनिवार को बहुत बदल जाएगी. कम दबाव वाला क्षेत्र 16 मई के आसपास पूर्वी मध्य अरब सागर में तेजी से विकसित हो जाएगा और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है. हालांकि, कुछ न्यूमेरिकल मॉडल गुजरात और दक्षिण में कच्छ क्षेत्रों की ओर होने की संभावना को दर्शाने का काम कर रहे हैं, वहीं अन्य दक्षिण ओमान की ओर इसके जाने के संकेत देते हैं.

स्काईमेट वेदर के अनुसार मई के महीने में तूफान की आशंका ज्यादा होती है. अभी ये कहना मुश्किल है कि आने वाला तूफान केरल, कर्नाटक या महाराष्ट्र के तटीय इलाकों को कितना प्रभावित करेगा. लेकिन 14 और 15 मई से केरल और कर्नाटक के तटों पर बारिश शुरू हो जाएगी. हवाएं बहुत ज्यादा तेज हो जाएंगी. यहां चर्चा कर दें कि 14 मई को कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के बाद चक्रवात का नाम ‘तौकते’ रखा गया. इसका अर्थ होता है तेज आवाज करने वाली छिपकली….वहीं ‘ताऊ ते’ नाम म्यांमार की ओर से दिया गया है.

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पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात

मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 14 मई की सुबह को दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है और उसके दक्षिण पूर्व अरब सागर में उत्तरी -उत्तरी पश्चिमी दिशा में एवं लक्षद्वीप की ओर बढ़ने की संभावना है. उसके अनुसार 16 मई को पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात आ सकता है. अनुमान है कि पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात उत्पन्न होने से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात , यदि उत्पन्न होता है, तो गुजरात पर असर डालेगा.

समुद्री तूफान ताऊ ते

समुद्री तूफान ताऊ ते 15 और 16 मई से महाराष्ट्र के तटों पर भारी बारिश होगी. वहीं, मुंबई तथा आसपास के इलाकों में 17-19 मई के बीच भारी बारिश की संभावना है. जबकि, गुजरात के कई हिस्सों में 18 से 21 मई तक और 13 से 15 मई के बीच तमिलनाडु में बारिश होगी.

Posted By : Amitabh Kumar

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