Tawang Clash: भारत-चीन की तवांग सीमा पर पिछले दिन दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. अब इस मुद्दे पर भारतीय सेना में पूर्वी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता का बयान सामने आया है. लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि सैन्य पुरुषों के रूप में हम हमेशा अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं. शांति हो या संघर्ष, प्राथमिक कार्य बाहरी या आंतरिक खतरे के खिलाफ देश की क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करना है. हम सभी परिस्थितियों और आकस्मिकताओं के लिए तैयार है.
तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प पर पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि पीएलए (PLA) ने एलएसी (LAC) को पार किया. विरोध में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं. उन्होंने कहा कि इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ. इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग भी मीटिंग हुई, अब स्थिति नियंत्रण में हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने बताया कि अभी सीमा पर सेना कड़ी निगरानी रख रही है. आरपी कलिता के मुताबिक, चीनी सैनिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचा. जबकि, हमारे कुछ ही जवान मामूली घायल हुए. बता दें, चीन भी अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे शीगत्से एयरपोर्ट पर लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं. शीगत्से, तिब्बत का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. चीन की हरकतों को देखते हुए वायुसेना का युद्धाभ्यास अहम माना जा रहा है.
सीमा पर की हरकतों का मुद्दा संसद में भी उठा था. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की थी. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा में बयान जारी किया था. राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों को बताया था कि चीन में सीमा पार करने की कोशिश की थी. लेकिन, भारतीय सेना ने पूरे साहस के साथ जवाब दिया और उन्हें खदेड़ दिया. रक्षा मंत्री ने बताया था कि चीन के कई सैनिक बुरी तरह जख्मी हुए हैं. उन्होंने सेना के साहस की तारीफ की और कहा था कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होना चाहिए.