Andhra Pradesh: चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी को टीडीपी ने हाई कोर्ट में दी चुनौती, बुधवार को सुनवाई
नायडू का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा के नेतृत्व में वकीलों की एक टीम ने खतरे की आशंका का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री को घर में हिरासत में रखने के लिए सोमवार को एक याचिका दायर की थी. नायडू को कई साल से ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी से राज्य में टीडीपी का विरोध प्रदर्शन जारी है. टीडीपी ने पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी को हाई कोर्ट में चुनौती दी है. पार्टी ने धारा 409 के प्रयोग पर सवाल उठाते हुए हाई कोर्ट को रुख किया. अदालत ने याचिका स्वीकार कर ली और सरकार से जवाब दाखिल करने को कहा. हाई कोर्ट इस मामले पर बुधवार को सुनवाई करेगा.
नायडू की नजरबंदी की याचिका खारिज, अदालत ने कहा- उनके लिए जेल में रहना सुरक्षित
विजयवाड़ा की एक स्थानीय अदालत ने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की नजरबंदी की याचिका खारिज कर दी और कहा कि वह जेल में अधिक सुरक्षित रहेंगे, क्योंकि घर में नजरबंद रहने के दौरान उन्हें ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा प्रदान नहीं की जा सकती.
खतरे की आशंका का हवाला देते हुए हाउस रिमांड की मांग की थी
नायडू का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा के नेतृत्व में वकीलों की एक टीम ने खतरे की आशंका का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री को घर में हिरासत में रखने के लिए सोमवार को एक याचिका दायर की थी. नायडू को कई साल से ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. एनएसजी के कमांडो हमेशा उनकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं.
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कोर्ट ने कहा, घर में नजरबंदी के बजाय जेल में रहना ज्यादा सुरक्षित
नायडू के वकील जयकर मट्टा ने बताया कि नजरबंदी का अनुरोध खारिज कर दिया गया. मट्टा के मुताबिक, अदालत को लगा कि घर में नजरबंद होने पर ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा नहीं दी जाएगी, इसलिए नायडू के लिए घर में नजरबंदी के बजाय जेल में रहना ज्यादा सुरक्षित है. मट्टा के अनुसार इसके अलावा, अदालत ने कहा कि अगर नायडू को सफलतापूर्वक जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करना संभव होता तो वह उन्हें घर में नजरबंद करने का निर्देश दे सकती थी. अदालत ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से जेल बेहतर है.
सीआईडी का दावा धोखाधड़ी से सरकार को हुआ 300 करोड़ रुपये का नुकसान
आंध्र प्रदेश सीआईडी प्रमुख एन. संजय ने गिरफ्तारी के बाद कहा था कि नायडू को कौशल विकास निगम से संबंधित धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिससे राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
नायडू की पत्नी ने जेल में पति की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू की पत्नी भुवनेश्वरी ने मंगलवार को कहा कि उनके पति की गिरफ्तारी के बाद परिवार मुश्किल समय का सामना कर रहा है. भुवनेश्वरी ने केंद्रीय कारागार में नायडू से मिलने के बाद कहा कि वह जेल में नायडू की सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा, परिवार के लिए यह कठिन समय है. यह परिवार हमेशा जनता और पार्टी के लिए समर्पित रहा है. मैं आपको इस बारे में आश्वासन दे सकती हूं. जब मैंने उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं और चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, मैं उनकी सुरक्षा को लेकर आशंकित हूं. मैंने कोई सुविधा नहीं देखी. उन्हें ठंडे पानी से नहाना पड़ा. उन्होंने कहा कि नायडू हमेशा कहते हैं कि पहले जनता, उसके बाद परिवार, और उन्हें उसी इमारत (जेल) में रखा जा रहा है जिसे उन्होंने ही बनवाया था. भुवनेश्वरी ने अनुरोध किया कि लोग बाहर आएं और उनके साथ लड़ें.
चंद्रबाबू नायडू पर कौशल विकास निगम में घोटाले का आरोप
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नायडू को करोड़ों रुपये के कौशल विकास निगम कथित घोटाले से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल 14 दिन की न्यायिक हिरासत के अंतर्गत राजामहेंद्रवरम केंद्रीय कारागार में बंद हैं.