दिल्ली सरकार ने शिक्षकों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार के कॉलेजों में काम कर रहे किसी भी एडहॉक शिक्षक की नियुक्ति रद्द नहीं होगी, उन्हें नहीं हटाया जायेगा. सरकार ने इस शिक्षकों के स्थायीकरण की मांग का समर्थन किया है. दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ने सरकार के सामने यह मांग रही थी कि उन्हें ना हटाया जाये और उनकी नौकरी स्थायी कर दी जाये.
शिक्षकों की इस मांग पर आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता ने कहा, दिल्ली सरकार भले ही कॉलेज में शिक्षकों की भरती कर रही है लेकिन पुराने शिक्षक जो एडहॉक पर काम कर रहे हैं उन्हें नहीं हटाया जायेगा.
उन्होंने कहा- हमें यह भी पता चला कि लंबे समय से स्थायी प्रिंसिपल की भी नियुक्ती नहीं हुई है. हमारी कोशिश होगी इन पदों पर भी नियुक्ती हो इसके लिए विज्ञापन निकाले जा चुके हैं . अगर प्रिंसिपल होंगे तो इसके बाद शिक्षकों पर भी फैसला लेना आसान होगा.
उक्त बातें आप सांसद ने दिल्ली शिक्षक संगठनों के साथ हुई बैठक में कही. सांसद के साथ बैठक में शिक्षक एसोसिएशन के 50 से अधिक सदस्य मौजूद थे. उन्होंने शिक्षकों को यह भी भरोसा दिया कि वह उनकी नियुक्ति बचाने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय औऱ केंद्र सरकार दोनों को पत्र लिखेंगे .
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उन्होंने माना कि शिक्षकों के अंदर नौकरी जाने का डर जायह है. उन्होंने भरोसा दिया कि अगले सत्र में वह केंद्र सरकार जवाब मांगेंगे कि इसे लागू करते हुए एडहॉक शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं की. साथ ही इन शिक्षकों को स्थायी कराने के लिए सरकार ने क्या प्रयास किए.