शिक्षक दिवस यानि एक ऐसा खास दिन जब विद्यार्थियों को मौका मिलता है, अपने गुरू से यह कहने का, आप हमारे लिए कितने खास है. स्कूलों में इस दिन विशेष आयोजन होता है लेकिन आज दौर है कोरोना का. कोरोना संक्रमण ने लोगों को दूर कर दिया है लेकिन गुरु आज भी ऑनलाइन क्लास के माध्यम से आपका मार्गदर्शन कर रहे हैं. आपके कठिन सवालों का जवाब दे रहे हैं. स्कूलों में कोचिंग में भले इस बार वह रंगारंग कार्यक्रम नहीं होगा, तालियों की गूजं नहीं होगी लेकिन गुरुओं को धन्यवाद कहने का, उनके प्रति कृतज्ञता जताने का यह दिन खास है और हमेशा रहेगा.
कविता, पेटिंग, फोटो का कोलार्ज- कुछ इस तरह बधाई दे रहे हैं छात्र
ऑनलाइन क्लास के जरिये ही इस बार शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है. इस बार विद्यार्थी अपने शिक्षकों के लिए घर बैठे ही कुछ अलग कर रहे हैं. किसी ने टीचर के स्वभाव और ज्ञान को लेकर कविता लिखी है, तो कोई शिक्षकों से ऑनलाइन क्लास के अनुभव शेयर कर रहा है.
कई छात्रों ने फेसबुक और व्हाट्सएप की मदद से अपने शिक्षकों की फोटो निकला ली है औऱ सभी को मिलाकर उनके लिए एक कोलार्ज तैयार कर रहे हैं. इसमें ना सिर्फ तस्वीर है बल्कि उनके लिए कई बातें भी लिखी है. किसी ने घर बैठे ही अपने हाथ से ग्रिटिंग कार्ड तैयार किया है. कोई व्हाट्सएप से अपने पसंदीदा शिक्षक के पास भेज रहा है तो कोई ऑनलाइन क्लास के वक्त ही गुरू को दिखाकर आभार व्यक्त कर रह है. कई बच्चे वीडियो शूट करके भी सीधे अपने शिक्षकों को भेज रहे हैं. इस वीडियो में वह शिक्षक के बारे में बातें कर रहे हैं.
सभी बच्चों को प्रतिभा दिखाने का मौका
स्कूल में क्लास के वक्त कुछ बच्चों को ही अपनी बात कहने का मौका मिलता था. कोरोना वायरस की वजह से सभी बच्चे घर में बैठकर शिक्षकों के लिए कुछ ना कुछ कर रहे हैं. कोरोना महामारी में शिक्षक दिवस के मौके पर सभी बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है औऱ बच्चे इसका बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं.
हम भी पहुंचा रहे हैं छात्रों की बात गुरुओं के पास
प्रभात खबर ने भी इस मौके पर बच्चों का साथ दिया है. प्रभात खबर की ओर से विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. विद्यार्थी कोरोना संकट के बीच शिक्षक तक अपनी श्रद्धा, स्नेह और प्रेम को साझा कर सकें, इसके लिए प्रभात खबर ने ग्रीटिंग कार्ड और स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की़ तीन सिंतबर तक व्हाट्सऐप के जरिये सैकड़ों इंट्री मिली़ इनमें बेस्ट हैंड मेड ग्रीटिंग कार्ड और स्लोगन को निर्णायक मंडली ने चयनित किया गया. आज के अखबार में ग्रीटिंग कार्ड और स्लोगन को प्रकाशित किया गया . आठ ग्रीटिंग कार्ड का चयन किया गया है.
ऐसे संदेश भेज हैं छात्रों ने अपने शिक्षकों तक
गुरु तेरे उपकार का कैसे चुकाऊं मैं मोल, लाख कीमती मोती से ज्यादा गुरु हैं मेरे अनमोल’ – जाकि अनवर, फूल बगान, पथलकुदवा
‘गुरुवार तेरे चरणों की अगर धूल मिल जाये, सच कहती हूं मेरी तकदीर संवर जाये.’ – प्रीति, नेपाली कॉलोनी, सिंह मोड़
‘शिक्षक अद्भुत नाम है, देश की आन-बान-शान हैं, विद्यार्थियों का स्वाभिमान हैं, क्योंकि शिक्षक के सानिध्य के बिना अधूरा दिव्य, दृष्टि और ज्ञान है.’- दिनकर आनंद, छात्र गोस्सनर कॉलेज
‘हम और हमारे शिक्षक स्कूल का है एक परिवार. हम अपने शिक्षकों का हमेशा करते आदर सत्कार. – ओम शंकर, कक्षा 10वीं, बरियातू
‘शिष्य को जो देता ज्ञान, इसी ज्ञान से शिक्षक बनता महान.’ प्रियांशी, धुर्वा, सेंटर तुपुदाना
Posted By – Pankaj Kumar Pathak