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बिहार के बाद अब गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल पर CBI का छापा, इस मामले में हो रही है कार्रवाई

नौकरी के बदले जमीन देने के मामले में सीबीआई ने बिहार के बाद अब सेक्टर 71 स्थित अर्बन क्यूब मॉल पर छापा मारा है. सूत्रों की मानें तो इस मॉल के बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके करीबी बताए जा रहे हैं. इस कार्रवाई से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2022 1:24 PM

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद के कार्यकाल के दौरान हुए जमीन के बदले नौकरी संबंधी कथित घोटाले को लेकर गुरुग्राम स्थित एक निर्माणाधीन मॉल समेत 25 स्थलों पर छापे मारे. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मालिकाना हक वाली एक कंपनी इस मॉल का निर्माण कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, गुरुग्राम, पटना, मधुबनी एवं कटिहार समेत अन्य जगहों पर छापेमारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के सेक्टर 71 में निर्माणाधीन ‘अर्बन क्यूब्स’ मॉल का निर्माण व्हाइटलैंड कंपनी कर रही है, जिसमें तेजस्वी यादव के परिवार की हिस्सेदारी है. यह छापेमारी ऐसे समय में की जा रही है, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है.

बिहार के वरिष्ठ नेताओं पर सीबीआई का छापा

दरअसल नीतीश कुमार ने हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नाता तोड़कर राजद के साथ हाथ मिलाया है. अधिकारियों ने बताया कि विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह, राज्य सभा के सदस्यों अशफाक करीम एवं फैयाज अहमद और विधान परिषद के पूर्व सदस्य सुबोध राय समेत राजद के कई वरिष्ठ नेताओं के परिसरों में छापे मारे जा रहे हैं. अनिल कुमार सिंह ने पटना स्थित अपने आवास के गलियारे में संवाददाताओं से कहा, ”यह शतप्रतिशत जानबूझकर किया गया है.. इसका कोई मतलब नहीं है, कौन नहीं जानता है. ये लोग स्थानीय पुलिस को भी बताए बिना मेरे घर में घुस आए हैं. वे मुझसे एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए कह रहे हैं.”

नई सरकार के गठन से डर गई है भाजपा- राबड़ी देवी

इस बीच, अनिल कुमार सिंह की पत्नी ने चिल्लाते हुए कहा, ”मेरे पति को उनकी वफादारी के कारण (राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के विश्वासपात्र होने के कारण) प्रताड़ित किया जा रहा है. सीबीआई को हमारी जगह से कुछ नहीं मिलेगा. मैं एजेंसी पर मानहानि का मुकदमा करूंगी.” बिहार विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने पहुंचीं राबड़ी देवी ने कहा, ”नई सरकार के गठन से भाजपा डर गयी है. केंद्रीय एजेंसी की छापेमारी से हम डरने वाले नहीं है. बिहार की जनता सब देख रही है.”

जदयू नेताओं ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया

बिहार विधानसभा के इस विशेष सत्र में भाग लेने पहुंचे जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू), राजद, कांग्रेस और वाम दलों सहित कुल सात दलों के महागठबंधन के विधायकों ने इसे ”लोकतंत्र की हत्या” बताते हुए इसके विरोध में नारे लगाए. राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा, मुझे कोई खास हैरानी नहीं हुई. मैंने कल रात ही एक ट्वीट में कहा था कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई और आईटी (आयकर) बिहार में अपने-अगले अभियान की योजना बना रहे हैं.

सत्ता ना तो मुसोलिनी की स्थाई रही और ना ही हिटलर की-असित नाथ तिवारी

राजद के नेता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा, ”ईडी हो या सीबीआई, इस तरह के सभी छापे भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए मारे जाते हैं.” कांग्रेस नेता असित नाथ तिवारी ने ट्वीट किया, ”तात्कालिक लाभ के लोभ में एक राजनीतिक पार्टी के लिए काम कर रहे सीबीआई और ईडी के कुछ अधिकारी ये भूल गए हैं कि सत्ता ना तो मुसोलिनी की स्थाई रही और ना ही हिटलर की. कल जब सत्ता बदलेगी, तो इन अधिकारियों के अनैतिक कार्यों की जांच वही एजेंसी करेगी, जिसके आज ये अधिकारी हैं. (इनपुट भाषा के साथ)

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