Telangana: अमित शाह की रैली के बीच टीआरएस नेता ने लगाया ‘कार में तोड़फोड़’ का आरोप, जानिए पूरा मामला
Telangana: हैदराबाद के 'मुक्ति' दिवस समारोह के बीच, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता गोसुला श्रीनिवास ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनकी कार में तोड़फोड़ की.
Telangana: हैदराबाद के ‘मुक्ति’ दिवस समारोह के बीच, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता गोसुला श्रीनिवास ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनकी कार में तोड़फोड़ की. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शहर में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. टीआरएस नेता ने कहा कि उन्होंने शाह के काफिले के सामने अपनी कार खड़ी की थी, लेकिन उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों के द्वारा तोड़फोड़ कर उन्हें अपनी कार स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया गया.
भाजपा ने इस आरोप का जवाब नहीं दिया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी गाड़ी ऐसे ही रुक गयी. कई कार्यकर्ता और समर्थक वहां एक साथ आ गए जिससे वो तनाव में आ गये. आगे उन्होंने कहा कि इससे मामले के संबंध में वो पुलिस अधिकारी से बात करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यह तनाव अनावश्यक है. मैं खुद जाकर बात करूंगा. बता दें कि भाजपा ने अभी तक इस आरोप का जवाब नहीं दिया है.
यह शहर के लिए एक ऐतिहासिक दिन- अमित शाह
भाजपा ने जिसे हैदराबाद मुक्ति दिवस कहा है, उस अवसर पर परेड मैदान में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह शहर के लिए एक ‘ऐतिहासिक दिन’ था. उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल को भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जो 1948 में केंद्रीय गृह मंत्री थे, जब हैदराबाद को निज़ाम शासन से मुक्त किया गया था और भारत संघ में शामिल किया गया था. शाह ने सभा में कहा, “अगर सरदार पटेल नहीं होते तो हैदराबाद को आजाद होने में और साल लग जाते.”
‘तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मना रहे है तेलंगाना सीएम
इस बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव शहर के भारतीय संघ में शामिल होने के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर पूरे हैदराबाद में समानांतर समारोह आयोजित कर रहे हैं. बता दें कि केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि इसे हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इसके बाद तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव ने इस दिन को राज्यभर में ‘तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया था.