‘आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा’ नो मनी फॉर टेरर समिट में बोले पीएम मोदी- मददगारों की पहचान जरूरी

No Money for Terror Summit: समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और आतंक से जंग दो अलग-अलग बातें है. उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि-आतंकवाद और आतंक से जंग दो अलग-अलग बातें है. पीएम मोदी ने कहा आतंकवादियों के मददगारों की पहचान जरूरी है.

By Pritish Sahay | November 18, 2022 10:25 AM

No Money for Terror Summit: दिल्ली में टेरर फंडिंग को लेकर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम का पीएम मोदी ने उद्घाटन किया. नो मनी फॉर टेरर समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है. बता दें, समिट में 72 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह सम्मेलन भारत में हो रहा है. हमारे देश ने आतंक की भयावहता का सामना बहुत पहले किया था जब दुनिया ने इसे गंभीरता से लिया था.

आतंकवाद और आतंक से जंग दो अलग-अलग बातें: समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और आतंक से जंग दो अलग-अलग बातें है. उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि-आतंकवाद और आतंक से जंग दो अलग-अलग बातें है. पीएम मोदी ने कहा आतंकवादियों के मददगारों की पहचान जरूरी है.

दिल्ली में नो मनी फॉर टेरर सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए एक व्यापक, सक्रिय, व्यवस्थित प्रतिक्रिया की जरूरत है, अगर हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें, तो हम तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक कि आतंक हमारे घरों में न आ जाए. हमें आतंकवादियों का पीछा करना चाहिए, उनके समर्थन नेटवर्क को तोड़ना चाहिए और उनके वित्त पर चोट करनी चाहिए.


Also Read:
भारत का पहला निजी रॉकेट विक्रम-एस आज श्रीहरिकोटा से होगा लॉन्च, जानिए क्या है खासियत

आतंकी गतिविधियों में आयी कमी: दिल्ली में नो मनी फॉर टेरर सम्मेलन में एनआईए के डीजी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पीएम मोदी की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति और उनके तहत प्रदान किए गए मजबूत और दृढ़ नेतृत्व के साथ-साथ पूरे सरकार के दृष्टिकोण ने देश के सुरक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है. उन्होंने कहा कि पिछले 8.5 सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में आतंकवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है. इस अवधि के दौरान भारत पर आतंकवाद के समग्र आर्थिक प्रभाव में भी बड़ी कमी आई है.

Next Article

Exit mobile version