श्रीनगर : हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर अहमद वानी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कश्मीर के पुलवामा जिले के एक स्कूल में तिरंगा फहराया. कभी आतंकियों का पोस्टर बॉय रहने वाला बुरहान वानी जुलाई 2016 में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. बुरहान वानी के पिता एक शिक्षक हैं और उन्होंने त्राल में गवर्मेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में तिरंगा फहराया.
आज पूरा देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है. दो साल पहले केंद्र शासित प्रदेश में बदले जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी स्कूल सहित अन्य जगहों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए.
बुरहान वानी त्राल का ही रहने वाला था और पूरी इलाके में आतंक का पर्याय माना जाता था. वह 15 साल की छोटी उम्र में ही हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़ गया था. आतंकी बनने के पीछे वह तर्क देता था कि उसके भाई के साथ भारतीय सेना ने दुर्व्यवहार किया था, इसलिए सेना से बदला लेने के लिए वह आतंकवादी बना था.
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जब से उसने वर्दी पहनकर हाथों में हथियार लेकर अपनी फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की थी तभी से उसे आतंकियों का पोस्टर बॉय कहा जाता है. उसके बारे में कहा जाता है कि वह दक्षिण कश्मीर में आतंकियों का सरगना था. उसके अंडर में 11 से 15 आतंकियों का एक गुट काम करता था. बुरहान की मौत के बाद उसके पिता ने भी सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रदर्शन किया था.
बेटे के मारे जाने के पांच साल बाद इस बार स्वतंत्रता दिवस पर बुरहान के पिता ने तिरंगा फहराया है. बता दें कि इस बार जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस पर मोबाइल और इंटरनेट सेवा को बंद नहीं किया गया है. ऐसा तीन साल बाद हो रहा है. आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए वहां ऐसे मौकों पर मोबाइल और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया जाता है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By: Amlesh Nandan.