कश्मीर में आतंकियों की बड़ी साजिश, चुन-चुनकर गैर मुस्लिमों की कर रहे हत्या, जानिए क्या है पाकिस्तान की मंशा
आतंकियों का बारुद जात-पात नहीं देखता लेकिन फिलहाल जम्मू कश्मीर से गैर मिस्लिमों को ही निशाना बनाया जा रहा है. और यह काम आरटीएफ बढ़-चढ़ कर कर रहा है. जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद अस्तित्व में आया यह आतंकी संगठन क्षेत्र में हिंसा फैला रहा है.
Terrorism in Kashmir: जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक आतंकी चुन चुनकर गैर मुस्लिमों को निशाना बना रहे हैं. इसकी बानगी गुरूवार को साफ हो गई. दरअसल, इस्लामिक आतंकी गुरुवार को श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल में घुस गये. इसके बाद आतंकियों ने अध्यापकों को लाइन में खड़ा कर दिया. पहचानपत्र देखने के बाद आतंकियों ने एक हिंदू और एक सिख शिक्षक को गोली मार दी. दोनों शिकक्ष की मौत हो गई है.
आरटीएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी: स्कूल में घुसकर दिनदहाड़े दो शिक्षकों को बेरहमी से गोलीमार देने की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है. लेकिन यहां गौर करने की बात है कि आतंकियों ने गोली मारने से पहले शिक्षकों को पहचान पत्र दिखाने को कहा था. पहचान पत्र देखने के बाद काफी नजदीक से दोनों को गोली मार दी गई.
हिन्दुओं को बनाया जा रहा निशाना: आतंकियों का बारुद जात-पात नहीं देखता लेकिन फिलहाल जम्मू कश्मीर से गैर मिस्लिमों को ही निशाना बनाया जा रहा है. और यह काम आरटीएफ बढ़-चढ़ कर कर रहा है. जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद अस्तित्व में आया यह आतंकी संगठन क्षेत्र में हिंसा फैला रहा है. इलाके में शांति से रह रहे गौर मुस्लिमों के मन में खौफ पैदा करने के लिए यह काम किया जा रहा है.
48 घंटों में पांच हत्याएं: जम्मू कश्मीर में शिक्षकों की हत्या के साथ आतंकियों ने 48 घंटों में पांच हत्याएं कर दी है. इससे पहले आतंकियों ने एक हिन्दु दवा विक्रेता की हत्या कर दी थी. वहीं एक हिन्दू ठेले वाले को भी मार डाला था. लेकिन कश्मीर में हिंसा यहीं नहीं थम रही आतंकियों ने उत्तरी कश्मीर में बांडीपोरा में भी एक हिन्दू स्थानीय निवासी की भी हत्या कर दी थी.
मतलब साफ है कि आतंकियों ने आतंक फैलाने की अपनी शैली में थोड़ा बदलाव कर दिया है. अब वे बड़े धमाके तो कर ही रहे हैं, इसके साथ साथ इलाके में रह रहे गैर मुस्लिमों के मन में डर फैलाने के लिए उनकी हत्याएं कर रहे हैं. ताकी एक बार फिर डरकर वो इलाके से पलायन कर जाएं. सबसे खास बात की आतंकियों की इस करतूत में पाकिस्तान खुलकर उनकी मदद कर रहा है.
पाकिस्तान की है चाल: आतंकी घटनाओं को अंजाब भले ही टीआरएफ और अन्य आतंकी संगठन दे रहे हैं लेकिन इसके पीछे पाकिस्तान की घिनौनी साजिश छिपी है. दरअसलव भारत में सीधी लड़ाई में जीतना पाकिस्तान के बूते के बाहर है. ऐसे में आतंकी हमलों के जरिए दहशत फैलाने की कोशिश कर रहा है. इसी उद्देश्य के लिए उसके टीआरएस को भी खड़ा किया है.
Posted by: Pritish Sahay