अति वांछित आतंकवादियों में से एक और 2008 के मुंबई हमलों (Mumbai Attack) के साजिशकर्ता साजिद मजीद मीर (Sajid Mir) से अधिकारियों द्वारा इस हमले को लेकर पूछताछ की जायेगी. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पाकिस्तान ने पहले साजिद मजीद मीर को मृत घोषित किया था. साजिद मीर 26 नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में अपनी भूमिका के लिए भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल है.
प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LIT) आतंकवादी समूह के सदस्य साजिद मीर को इस महीने की शुरुआत में लाहौर में एक आतंकवाद-रोधी अदालत (ATC) द्वारा आतंकवाद के वित्तपोषण के एक मामले में 15 साल से अधिक जेल की सजा सुनाई गई थी. मुंबई मामले की जांच से जुड़े संघीय जांच एजेंसी (FIA) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, एफआईए टीम मुंबई हमले के मामले में मीर की कथित भूमिका के लिए गुजरांवाला जेल में मीर से पूछताछ करेगी. वह यहां से करीब 80 किलोमीटर दूर केंद्रीय जेल गुजरांवाला में कैद है.
मीर को आतंकी वित्तपोषण के एक अलग मामले में भी दोषी ठहराया गया है जिसका मुंबई हमले के मामले से कोई लेना-देना नहीं है. अधिकारी ने कहा, मीर से जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज सईद और लश्कर के ऑपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी के साथ उसके संबंधों और हमले के वित्तपोषण के लिए भी पूछताछ की जाएगी. मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद और लखवी को लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया है, जो पंजाब प्रांत में दर्ज आतंकवाद के वित्तपोषण के मामलों में कई वर्षों की सजा काट रहे हैं.
Also Read: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को दोहरा झटका, भारत में बेटा तल्हा भी घोषित किया गया आतंकी
गौरतलब है कि नवंबर 2008 में, लश्कर के दस आतंकवादियों ने कराची से मुंबई में घुसकर हमले किए थे, जिसमें 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे. हमलावरों में से नौ मारे गए थे, जबकि एकमात्र जीवित बचे आतंकवादी अजमल कसाब को पकड़ लिया गया था और बाद में उसे फांसी की सजा दी गई थी.