जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी डर का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे, विजयादशमी पर मोहन भागवत ने कहा
मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि सीमा पर सेना को हर तरह से मजबूत किये जाने की जरूरत है. मोहन भागवत ने कहा कि अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की समीक्षा की जरूरत है.
विजयादशमी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी डर का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वे लगातार हिंदुओं और सिखों की हत्या कर रहे हैं ताकि डर का माहौल बने.
मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि सीमा पर सेना को हर तरह से मजबूत किये जाने की जरूरत है. मोहन भागवत ने कहा कि अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की समीक्षा की जरूरत है.
इसके अलावा उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सामग्रियों पर भी चिंता जतायी और कहा कि इन प्लेटफार्मों पर अनियंत्रित प्रसारण हो रहा है जो काफी आपत्तिजनक है
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद से जम्मू-कश्मीर में आम लोगों को बहुत लाभ मिल रहा है. आतंकवादियों पर नकेल कसी जा रही है. यही वजह है कि वे हिंदुओं और सिखों को निशाना बना रहे हैं. वे लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं.
भागवत ने कहा कि ऐसी स्थिति में, देश की आंतरिक सुरक्षा और स्थिरता को सरकार एवं समाज द्वारा सतर्कता एवं सजगता से संरक्षित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने और साइबर सुरक्षा जैसी नयी चिंताओं से अवगत होने के प्रयासों को तेज किया जाना चाहिए.
Posted By : Rajneesh Anand