नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के द्वारा 1975 में लगाये गये आपातकाल (Emergency) को काला दिन बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि देश आपातकाल के उस काले दिन को कभी नहीं भूल सकता. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि देश में एक परिवार के खिलाफ आवाज दबाने के लिए आपातकाल लगाया गया था और इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया गया.
बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल घोषित किया गया था. मौजूदा आंतरिक अशांति के कारण संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा आधिकारिक तौर पर जारी किया गया आपातकाल 25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 को वापस लेने तक प्रभावी था.
नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया ट्विटर पर कहा कि देश आपातकाल के काले दिनों को कभी नहीं भूलेगा. उन्होंने #DarkDaysOfEmergency का भी इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि 1975 से 1977 तक की अवधि में संस्थानों का व्यवस्थित विनाश देखा गया. आइए हम भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करने और हमारे संविधान में निहित मूल्यों के लिए जीने का संकल्प लें.
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पीएम मोदी ने कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा कि इस तरह कांग्रेस ने हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार को कुचला. हम उन सभी महानुभावों को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की. बता दें कि देश में 21 महीने तक चलने वाले आपातकाल में संवैधानिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की आजादी समाप्त कर दी गयी थी. विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया गया था.
इंदिरा गांधी के इस फैसले के कारण आज भी कांग्रेस की आलोचना होती है. दूसरी पार्टियां कांग्रेस पर हमले के लिए आपातकाल की घटना का जरूर उल्लेख करते हैं. 1975 में आज ही के दिन यानी कि 25 जून को आपातकाल की घोषणा की गयी थी. भाजपा इसे काला दिवस के रूप में मनाती है. मोदी-शाह के अलावे भाजपा के कई बड़े नेताओं ने आज आपातकाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
Posted By: Amlesh Nandan.