नई दिल्ली : दूसरी लहर के दौरान लगातार हो रहे कोरोना ‘घातक सीरियल अटैक’ के बीच शुक्रवार को अमेरिका की ओर से राहत के मेडिकल सप्लाई की पहली खेप भारत पहुंच गई है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस पहली खेप के साथ करीब 400 ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ 10 लाख रैपिड कोरोना वायरस टेस्ट किट और अन्य मेडिकल उपकरण भेजे हैं. शुक्रवार की सुबह दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुपर गैलेक्सी मिलिट्री ट्रांसपोर्टर इन सामानों को लेकर लैंड किया है.
इसके साथ ही, एक ट्वीट के जिए अमेरिकी दूतावास ने भेजे गए सामानों की तस्वीरों को पोस्ट किया है. दूतावास ने कहा है कि अमेरिका से आपातकालीन कोविड-19 शिपमेंट की पहली खेप भारत आ गई है. उसने कहा कि पिछले 70 साल से भी अधिक समय से हमारा आपसी संबंध है और अमेरिका हमेशा भारत के साथ खड़ा है. हम कोरोना महामारी से एक साथ लड़ रहे हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी कहा कि वहां की कंपनियों और लोगों द्वारा भारत के लिए जो राहत सामग्री भेजी गई है, वह भी अगले सप्ताह तक यहां पहुंच जाएगी.
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को हमेशा अपना समर्थन देने का वादा किया था. बाइडेन ने एक ट्वीट में कहा कि जब हमारे अस्पतालों में महामारी से निपटने के लिए भारत ने जिस तरह अमेरिका के लिए राहत सामग्री भेजी थी, आज हम उसकी मदद करने के लिए तैयार हैं. विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका अपने भागीदार भारत को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए आने वाले दिनों में 100 मिलियन डॉलर से अधिक सामानों की आपूर्ति कर रहा है.
इससे पहले, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दोनों देशों में कोरोना की स्थिति पर चर्चा करने के लिए फोन पर बातचीत की थी. इस चर्चा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने दोनों देशों में तेजी से फैल रहे कोरोना की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की. मैंने राष्ट्रपति बाइडेन से अमेरिका की ओर से भारत को दिए जा रहे समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
Posted by : Vishwat Sen