लाल किला हिंसा के मास्टरमाइंड और एक लाख रुपये के इनामी लक्खा सिधाना ने पुलिस को दी खुली चुनौती, वीडियो जारी कर कहा…

Red fort violence, Lakha Sidhana, viral video : नयी दिल्ली : लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने पंजाब के पूर्व गैंगस्टर लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. लाल किला हिंसा के बाद करीब 25 दिनों से लक्खा सिधाना दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अब लक्खा सिधाना ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर 23 फरवरी को बठिंडा में प्रदर्शन की खुली चुनौती दी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2021 11:17 AM
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नयी दिल्ली : लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने पंजाब के पूर्व गैंगस्टर लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. लाल किला हिंसा के बाद करीब 25 दिनों से लक्खा सिधाना दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अब लक्खा सिधाना ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर 23 फरवरी को बठिंडा में प्रदर्शन की खुली चुनौती दी है.

मालूम हो कि नये कृषि कानून को लेकर किसान पिछले करीब दो माह से आंदोलन कर रहे हैं. इसी बीच, किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड करने का एलान किया. किसानों के ट्रैक्टर परेड के दिन लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया गया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था.

लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने लक्खा सिधाना को मास्टरमाइंड बताते हुए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके बाद लक्खा सिधाना ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर 23 फरवरी को बठिंडा में प्रदर्शन का एलान करते हुए पुलिस को खुली चुनौती दी है. साथ ही प्रदर्शन में ज्यादा-से-ज्यादा युवाओं को शामिल होने की अपील की है.

फेसबुक पर साझा किये गये वीडियो में लक्खा सिधाना एक टेंट में है. समझा जाता है कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के टेंट में ही उसने यह वीडियो बनाया है. टेंट के अंदर बैठा लक्खा सिधाना वीडियो में उसने किसान आंदोलन को समर्थन करते हुए 23 फरवरी को बड़ी संख्या में बठिंडा जिले के मेहराज पिंड में आने की अपील की है. मालूम हो कि मेहराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव भी है.

वीडियो में लक्खा सिधाना ने कहा है कि पंजाबी होने पर मान करो. इस समय ना दीप सिद्धू अहम है, ना लक्खा सिधाना. केवल किसान आंदोलन अहम है. उसने कहा है कि 26 जनवरी के बाद किसान आंदोलन पंजाब के हाथों से निकल गया है. पंजाब इस आंदोलन को दोबारा हाथों में ले. साथ ही उसने किसान नेताओं से आपस में ना लड़ने की अपील की है. उसने कहा कि 21 फरवरी को मां बोली दिवस पर अपनी जुबान को बचाएं. हर भाषा सीखें, लेकिन अपनी बोली ना भूलें.

मालूम हो कि लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना पंजाब के बठिंडा जिले का ही निवासी है. लक्खा सिधाना पर पंजाब में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह कई बार जेल की हवा भी खा चुका है. हालांकि, उसने अपराध की दुनिया छोड़ देने का दावा करते हुए सामाजिक कार्यों से जुड़ने की बात कही थी. लक्खा सिधाना पर हत्या, हत्या की कोशिश, बूथ कैप्चरिंग, लूट और अवैध हथियार रखने जैसे मामले दर्ज हैं.

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