Nagaland: राज्य गठन के 60 वर्ष बाद आज पहली बार नगालैंड की जनता ने इतिहास रच दिया है. जनता ने पहली बार दो महिलाओं को विधायक के तौर पर चुना है. बीजेपी की सहयोगी एनडीपीपी पार्टी की उम्मीदवार हेकानी जखालु दीमापुर-III की सीट से चुनाव लड़ रही थी. हेकानी जखालु ने दीमापुर-III सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के उम्मीदवार एजेतो झिमोमी को 1,536 वोटों से मात दी है. इसके अलावा एनडीपीपी और भाजपा गठबंधन की एक अन्य महिला उम्मीदवार सलहूतुनू क्रुसे ने पश्चिमी अंगामी सीट से जीत दर्ज की है. उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार केनेजाखो नखरो को 12 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया.
पहली बार विधायक बनी हेकाली पेशे से वकिल है. वह नगालैंड में युवाओं को आजीविका प्रदान करने के लिए मशहूर है. वह महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ती हैं. उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र को एक मॉडल बनाने और अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों के विकास पर विशेष जोर देने का वादा किया था. हेकानी जखालू को 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इस पुरस्कार को पाने वाली पूवोत्तर राज्य की पहली महिला भी है. हेकाली मूल रूप से तोलुवी गांव में की रहने वाली हैं. उनका घर इसी इलाके में है. हेकानी यूथनेट नाम से एक एनजीओ भी चलाती है. इस एनजीओ के माध्यम से हेकानी ने पिछले 17 सालों से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर दे रही है.
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हेकानी के अलावा इस बार तीन और महिला उम्मीदवार भी चुनाव में उतरी थी. पश्चिमी अंगामी से सल्हौतुओनुओ क्रूस को मैदान में उतारा था. कांग्रेस ने टेनिंग निर्वाचन क्षेत्र से रोजी थॉमसन को खड़ा किया था, जबकि काहुली सेमा भाजपा के टिकट पर अटोइजू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही थीं.