हाथरस की घटना के बाद राजस्थान में पुजारी को जिंदा जलाने की घटना को लेकर अब लोग खड़े हो रहे हैं. सोशल मेीडिया पर इस घटना की चर्चा खूब है और सोशल साइट पर दोषियों को सजा देने की मांग उठ रही है. राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा के नजदीक बूकना गांव में पूजारी बाबूलाव वैष्णव को जिंदा जला दिया गया.
पुजारी की मौत के बाद परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और धरना पर बैठ गये. परिवार ने मुआवजे के रूप में सरकार से 50 लाख रुपया और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की साथ ही आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उन्हें सजा देने की भी मांग की.
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परिवार वालों का आरोप है कि इस घटना में पुलिस वाले भी शामिल है. उनकी मदद से भी इस घटना को अंजाम दिया गया है. उन पुलिस वालों की भी पहचान की जाये और उन्हें सजा दी जाये. परिजनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जबतक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे. सूत्रों की मानें तो मामला जमीन विवाद से जुड़ा था. पी
ड़ित परिवाल वालों ने बताया कि इस इलाके का दबंग कैलाश मीणा अपने साथी शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मिलकर मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहता था. मंदिर की इस 15 बीघा जमीन पर हमारा परिवार गुजारा करता है. जब हमने विरोध किया तो उन्होंने इस घटना का अंजाम दे दिया. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है.
इस मामले को बढ़ता देख राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बातचीत की है. फोन पर राज्यपाल ने राज्य की कानून व्यस्था पर चिंता जतायी और इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की अपील की है. इस मामले में सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, पूर्व विधायक मानसिंह भी धरने पर बैठे और न्याय की मांग की.
साथ ही परिवार की मदद के लिए एक लाख रुपये देने का ऐलान भी किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने तीन सदस्यों की टीम बनायी है जो इस मामले पर नजर रखेगी. इसमें सांसद रामचरण बोहरा के साथ राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर और जितेन्द्र मीणा हैं.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak