कोवैक्सीन खरीद पर ब्राजील में मचा है बवाल : भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद रद्द किया गया सौदा, भारत बायोटेक ने दी सफाई

कोरोना रोधी टीका कोवैक्सीन को लेकर ब्राजील में मचे बवाल के बीच वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने सफाई दी देते हुए कहा है कि ब्राजील के साथ करार के लिए चरणबद्ध प्रक्रिया का पालन किया गया है. इसे पूरा करने में आठ महीने का समय लगा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2021 4:12 PM

नई दिल्ली : कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित दुनिया के देशों की सूची में तीसरे नंबर पर रहने वाले ब्राजील में भारत निर्मित वायरस रोधी टीका कोवैक्सीन की खरीद को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद ब्राजील की सरकार ने भारत बायोटके के साथ दो कोवैक्सीन खरीदने के लिए 324 मिलियन डॉलर यानी कीब 24.05 अरब से अधिक रुपये का सौदा रद्द कर दिया गया है.

वहीं, कोरोना रोधी टीका कोवैक्सीन को लेकर ब्राजील में मचे बवाल के बीच वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने सफाई दी देते हुए कहा है कि ब्राजील के साथ करार के लिए चरणबद्ध प्रक्रिया का पालन किया गया है. इसे पूरा करने में आठ महीने का समय लगा है. जारी एक बयान में कंपनी ने कहा कि कोवैक्सीन को ब्राजील में 24 जून 2021 को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली थी और 29 जून तक कंपनी को न तो कोई अग्रिम राशि का भुगतान किया गया है और न ही कंपनी की ओर से वैक्सीन की आपूर्ति ही की गई है.

कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि भारत से बाहर कोवैक्सीन की कीमत 15 से 20 डॉलर प्रति खुराक है. ब्राजील को भी एक खुराक की कीमत 15 डॉलर का भुगतान करना था. कोवैक्सीन को ब्राजील, भारत, फिलीपींस, ईरान, मैक्सिको समेत कुल 16 देशों में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. इसके अलावा, 50 देशों में इसको मंजूरी लेने की प्रक्रिया चल रही है.

इससे पहले, ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो ने मंगलवार को कोवैक्सीन का सौदा रद्द करने का ऐलान किया था. इस सौदे के अनुसार, ब्राजील को भारत बायोटेक से कुल दो करोड़ कोवैक्सीन की खुराक खरीदनी थी, लेकिन इस सौदे को लेकर ब्राजील में बवाल खड़े हो गए. ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनेरो पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए. विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार ब्राजील की सत्तारूढ़ सरकार पर आरोप लगाए गए.

मीडिया की खबरों के अनुसार अब यह मामला ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया और राष्ट्रपति के खिलाफ अनियमितताओं के आरोपों की जांच भी शुरू हो गई है. मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद वहां की सरकार ने टीका खरीद के इस सौदे को रद्द करने का फैसला किया है. ब्राजील के मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कोवैक्सीन खरीद का सौदा रद्द ही रहेगा. यह बात दीगर है कि ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस सौदे में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने का दावा किया जा रहा है.

Also Read: कोरोना के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट पर काफी प्रभावी है कोवैक्सीन, शीर्ष अमेरिकी शोध संस्थान का दावा

Posted by : Vishwat Sen

Next Article

Exit mobile version