गुजरात चुनाव 2022 : ‘गुजरात के 25 साल का भविष्य तय करेगा ये चुनाव’, हार्दिक पटेल ने ऐसा क्यों कहा
विरमगाम विधानसभा के विभिन्न गांवो में भाजपा उम्मीदवार हार्दिक पटेल इन दिनों चुनाव प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने प्रचार के दौरान कहा है कि गुजरात विधानसभा का यह चुनाव सामान्य नहीं है, इस चुनाव से गुजरात के 25 साल भविष्य तय होगा.
Gujarat Election 2022 : गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो चला है. प्रदेश के एक सीट की चर्चा हर किसी की जुबान पर है, जो इस वक्त हॉट सीट बनी हुई है. जी हां…हम बात कर रहे हैं विरमगाम विधानसभा की, जहां से हार्दिक पटेल को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है जो कुछ दिन पहले ही कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं. हार्दिक पटेल इन दिनों अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर प्रचार की कुछ तस्वीरें शेयर की है और लिखा है कि विरमगाम विधानसभा के विभिन्न गांवो में चुनाव प्रचार किया. गुजरात विधानसभा का यह चुनाव सामान्य नहीं है, इस चुनाव से गुजरात के 25 साल भविष्य तय होगा.
विरमगाम विधानसभा के विभिन्न गाँवो में चुनाव प्रचार किया। गुजरात विधानसभा का यह चुनाव सामान्य नही है, इस चुनाव से गुजरात के 25 साल भविष्य तय होगा। pic.twitter.com/tsPLOmNGDM
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 25, 2022
यहां चर्चा कर दें कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा नेता हार्दिक पटेल को वीरमगाम सीट से भाजपा ने मैदान में उतारा है. इस सीट से चुनाव जीतना हार्दिक पटेल के लिए जरूरी है. इस सीट के इतिहास पर नजर डालें तो यहां बारी -बारी से जनता कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा को मौका देती रही है. हालांकि 2012 विधानसभा चुनाव के बाद यहां कांग्रेस का कब्जा है. जानकारों के अनुसार हार्दिक पटेल को इस सीट पर जीतकर दिखाना होगा जिससे उनका भावी सियासी कद भी ऊंचा हो जाएगा.
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जानें वीरमगाम सीट पर किस समुदाय के कितने मतदाता
*ठाकोर समुदाय के 55000(लगभग)
*पाटीदार समुदाय के 50000(लगभग)
*दलित समुदाय के 25000(लगभग)
*कोली पटेल समुदाय के 20000(लगभग)
*मुस्लिम समुदाय के 19000(लगभग)
*अन्य समुदाय के 10000(लगभग)
वीरमगाम सीट पर कुल-265000(लगभग)
वीरमगाम सीट से हार्दिक को भाजपा ने क्यों उतारा
पिछले विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो इस चुनाव में पटेल आंदोलन की वजह से अच्छी खासी सीटों का नुकसान भाजपा को हुआ था. यही नहीं पिछले चुनाव में हार्दिक पटेल कांग्रेस के साथ थे और चुनाव प्रचार कर रहे थे. भाजपा ने इस बार हार्दिक को पटेलों के गढ़ से टिकट दिया है. अब देखना होगा कि हार्दिक पटेल पर पटेल समुदाय कितना भरोसा करता है.