Naxal Attack in Odisha: ओड़िशा में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हमला कर दिया, जिसमें तीन जवान शहीद हो गये. घटना ओड़िशा के नुआपाड़ा जिले में हुई है. बताया गया है कि ओड़िशा के नुआपड़ा जिले में मंगलवार को नक्सलियों द्वारा एक सुरक्षा चौकी पर घात लगाकर किये गये हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवान शहीद हो गये.
सड़क मार्ग को खोलने के काम पर थे सीआरपीएफ के कर्मी
अधिकारियों ने बताया कि शहीदों में सीआरपीएफ का एक जवान और दो सहायक उप-निरीक्षक स्तर के कर्मी शामिल हैं. अधिकारियों ने शुरुआती जानकारी के आधार पर बताया कि नक्सलियों ने उस समय सीआरपीएफ कर्मियों को निशाना बनाया, जब वे सड़क खोलने के कार्य में जुटे हुए थे. उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमले के लिए ग्रेनेड लांचर का उपयोग किया. विस्तृत समाचार की प्रतीक्षा है.
छत्तीसगढ़-ओड़िशा सीमा पर हुआ हमला
अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ की 19वीं बटालियन की रोड ओपनिंग पार्टी पर छत्तीसगढ़-ओड़िशा सीमा पर नुआपाड़ा में नक्सलियों ने हमला बोल दिया. सुरक्षा बलों पर बोडेन पुलिस स्टेशन के सहजपानी गांव में हमला किया गया. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, तो माओवादी वहां से भाग खड़े हुए. शहीद हुए जवानों की पहचान एएसआई शिशु पाल सिंह, एएसआई शिव लाल और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई है.
नक्सलियों ने शुरू कर दी अंधाधुंध फायरिंग
सीआरपीएफ के सूत्रों ने बताया है कि जवान नये कैंप के लिए रोड ओपनिंग के अभियान पर थे. इस दौरान बारिश होने लगी. तीन जवानों ने बारिश से बचने के लिए तिरपाल के नीचे शरण ले रखी थी. इसी दौरान उग्रवादियों ने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. तीन जवानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
तीन एके-47 राइफल ले भागे नक्सली
आईजी (ऑपरेशंस) अमिताभ ठाकुर ने बताया कि नक्सली शहीद जवानों के तीन एके-47 राइफल लेकर फरार हो गये. नुआपाड़ा एसपी और सीआरपीएफ के सीनियर ऑफिसर्स घटनास्थल पर पहुंचे. इलाके में कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. एसओजी और सीआरपीएफ के जवानों को इस काम में लगाया गया.
20-20 लाख रुपये मुआवजा का ऐलान
ओड़िशा सरकार ने शहीद जवानों के लिए 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. ओड़िशा के पुलिस महानिदेशक सुनील बंसल ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. पुलिस महानिदेशक ने कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जायेगी. नक्सलियों को इसकी कीमत चुकानी होगी. नक्सलियों के खिलाफ सघन ऑपरेशन चलाया जायेगा.