PM Modi: केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को मिलेगा बढ़ावा, तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को और बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज और कल दिल्ली में मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. मुख्य सचिवों का ऐसा पहला सम्मेलन जून 2022 में धर्मशाला में आयोजित किया गया था.

By Aditya kumar | January 6, 2023 9:47 AM

PM Modi: केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को और बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज और कल दिल्ली में मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. मुख्य सचिवों का ऐसा पहला सम्मेलन जून 2022 में धर्मशाला में आयोजित किया गया था.

5-7 जनवरी के बीच नई दिल्ली में होगा राष्ट्रीय सम्मेलन

इस साल मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 5-7 जनवरी के बीच नई दिल्ली में होगा. तीन दिवसीय सम्मेलन राज्यों के साथ साझेदारी में तेजी से और निरंतर आर्थिक विकास हासिल करने पर केंद्रित होगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के बयान में कहा गया है कि इसमें केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों, मुख्य सचिवों और सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और डोमेन विशेषज्ञों के 200 से अधिक नौकरशाहों की भागीदारी देखी जाएगी.

सम्मेलन विकास, रोजगार सृजन और समावेशी मानव विकास पर जोर

सम्मेलन विकास, रोजगार सृजन और समावेशी मानव विकास पर जोर देने के साथ एक विकसित भारत प्राप्त करने के लिए सहयोगात्मक कार्रवाई के लिए आधार तैयार करेगा. पिछले तीन महीनों में नोडल मंत्रालयों, नीति आयोग, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और डोमेन विशेषज्ञों के बीच 150 से अधिक भौतिक और आभासी परामर्श बैठकों में व्यापक विचार-विमर्श के बाद सम्मेलन का एजेंडा तय किया गया है. सम्मेलन के दौरान चर्चा छह पहचाने गए विषयों पर आयोजित की जाएगी. एमएसएमई पर जोर; अवसंरचना और निवेश; कम से कम अनुपालन; महिला सशक्तिकरण; स्वास्थ्य और पोषण और कौशल विकास मुद्दे समाहित है.

Also Read: PM Narendra Modi मंगलवार को करेंगे विज्ञान कांग्रेस का ऑनलाइन उद्घाटन, इन विषयों पर होगी चर्चा
कई विषयों पर किया जाएगा विचार-विमर्श

विकसित भारत: रीचिंग द लास्ट माइल; माल और सेवा कर (जीएसटी) के पांच साल – सीख और अनुभव; और वैश्विक भू-राजनीतिक चुनौतियां और भारत की प्रतिक्रिया पर भी चर्चा होना है. इसके अलावा, चार विषयों पर केंद्रित विचार-विमर्श किया जाएगा. वोकल फॉर लोकल; बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष; G20: राज्यों की भूमिका; और उभरती हुई प्रौद्योगिकियां. सम्मेलन में प्रत्येक विषय के तहत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को भी प्रस्तुत किया जाएगा ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें.

Next Article

Exit mobile version