टाइम मैगजीन (TIME magzine) ने 100 प्रभावशाली लोगों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में 100 ऐसे प्रभावशाली नेताओं, दिग्गजों, कलाकारों और आइकन शामिल है जिन्होंने अपने क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है. इस सूची में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बॉलीवुड़ अभिनेता आयुष्मान खुराना, शाहीन बाग की दादी बिल्कीस, अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और प्रोफेसर रविंद्र गुप्ता के नाम शामिल है. टाइम की इस सूची में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अमेरिकी डॉक्टर ऐथोनी फौसी, नासा के अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर समेत अन्य लोगों को नाम शामिल है.
नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत समेत पूरे विश्व में सबसे कठिन और विवादस्पद फैसलों में से कुछ फैसलों के लेने के लिए जाना जाता है. नोटबंदी से लेकर कश्मीर में धारा 370 खत्म करने का फैसला खत्म करने जैसा कठिन फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है. उनकी सरकार हाल ही में एक नये नागरिकता कानून को लाने वाली थी जिसके बारे में आलोचक मानते हैं कि इस कानून से भारत में मुसलमानों के साथ भेद-भाव होता. टाइम के एडिटर ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में लिखा है कि आज तक देश में जितने भी प्रधानमंत्री आये वो देश की 80 फीसदी आबादी हिंदू वर्ग से आते हैं. पर नरेंद्र ने इस प्रकार शासन किया कि जैसे कुछ भी मायने नहीं रखता है.
बिलकिस, शाहीन बाग की दादी
शाहीन बाग में धरने पर बैठने वाली बुजुर्ग महिला दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल हुई है. 82 वर्ष की बिलकिस प्रदर्शन के दौरान लगातार अपने प्रतिरोध के कारण एक प्रमुख चेहरा बनी. वह उन कई महिलाओं में से एक थी जो अपने घर से निकलती थी और रात भर शाहीन बाग में विरोध में बैठती थी. इनके बारे में राणा अयूब ने कहा कि उन्होंने इस उम्र में भी अपना विरोध दर्ज किया इसिलए वो इसकी हकदार हैं.
आयुष्मान खुराना
एक लोकप्रिय रियलिटी शो रोडीज से अपने करियर की शुरुआत करने वाले आयुष्मान खुराना की की मर्दानगी के स्टीरियोटाइप को तोड़ने वाली फिल्मों में अभिनय करने के लिए सराहना की गयी. उन्होंने अपनी पहली फिल्म विक्की डोनर से ही लोगों का ध्यान आकर्षित कर लिया था. इसके बाद फिल्म बाला में उन्होंने बाल की समस्याओं को संबोधित किया. उनके बारे में दीपिका पादुकोण ने कहा कि उनका यह प्रभाव इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने ऐसी भूमिकाएं निभाई जहां पुरुष प्रधान भूमिकाएं अक्सर रूढ़ीवादी पुरुषवाद जाल में फंस जाती है. वहीं आयुष्मान ने उन रूढ़ियों को सफलतापूर्वक चुनौती देने वाले किरदारों में बदल दिया.
रवींद्र गुप्ता
रवींद्र गुप्ता इस मैगजीन में अपनी जगह बनाने के लिए इसलिए कामयाब हुए क्योंकि उनके नेतृत्व में एक अध्य्यन के कारण यूके का पहला मरीज एचआईवी से ठीक हो गया. एचआईवी से ठीक होने वाला पृथ्वी का वह दूसरा व्यक्ति था. उन्हें 2019 में कैम्ब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ चिकित्सीय इम्यूनोलॉजी और संक्रामक रोग विभाग में प्रोफेसर नियुक्त किया गया था.
Posted By : Pawan Singh