जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को श्रीनगर में एक विशाल ‘तिरंगा’ रैली में हिस्सा लिया और कहा कि केंद्र-शासित प्रदेश के युवा राष्ट्रीय ध्वज से प्यार करते हैं. इस दौरान भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के तौर पर आयोजित रैली में सिन्हा ने प्रत्यक्ष तौर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग दावा करते थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा उठाने के लिये कोई नहीं बचेगा, उन्हें इस रैली में लोगों की भीड़ देखनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ”वे, जो कहते थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं बचेगा, उन्हें समझ आ गया होगा कि जम्मू-कश्मीर का हर युवा राष्ट्रीय ध्वज को उतना ही प्यार करता है, जितना देश के किसी अन्य हिस्से के लोग.”
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा था कि अगर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किया गया तो यहां राष्ट्रीय ध्वज उठाने वाला कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, “आज पूरे देश में जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना की जा रही है. चूंकि हम लोगों को एकजुट कर रहे हैं और विकास को गरीबों और वंचितों तक पहुंचा रहे हैं, इसलिये कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे.”
सिन्हा ने कहा, “एक समय था जब कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया गया था लेकिन आज वे राष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के निर्माण में योगदान दे रहे हैं. यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है….” सिन्हा ने कहा कि उन्हें गर्व और संतुष्टि महसूस हो रही है कि रैली में न केवल प्रशासन और सुरक्षा बलों के लोग मौजूद थे बल्कि कश्मीर के आम लोगों ने भी इसमें भाग लिया.
उन्होंने कहा, “मैं सोचता हूं और महसूस करता हूं कि तिरंगे का सम्मान करना देश और अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों का सम्मान करना है. लोग समझ गए हैं कि सभी को तिरंगे की रक्षा करनी है और सभी को देश के विकास में योगदान देना है. मुझे लगता है कि यही कश्मीर में बड़ा बदलाव है.”
प्रसिद्ध खिलाड़ी कुलदीप हांडू ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि रैली ने लोगों के बीच एकता का संदेश दिया है. हांडू ने कहा, “हम इस राष्ट्र के निर्माण के लिए एक साथ चलेंगे, बच्चे और वयस्क, सुरक्षा बल और नागरिक, इसमें हर कोई भाग ले रहा है. यह बड़ा संदेश होगा कि हम एक साथ हैं, हम भारत के साथ हैं.”
एक अन्य प्रतिभागी जहांजेब ने कहा कि रैली कश्मीर के लिए एक सकारात्मक कदम है.