Tirupati Laddu Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसाद के रूप में परोसे जाने वाले लड्डू बनाने में पशु चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच सुप्रीम कोर्ट के निगरानी में करने की मांग की गई है. इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. हालांकि कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए नयी तारीख 4 अक्टूबर तय की है. मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा की जाती है.
कम से कम देवताओं को राजनीति से दूर रखें
तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद में 30 सितंबर को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्प्णी की थी. कहा था कि कम से कम देवताओं को तो राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए. साथ ही कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के इस सार्वजनिक बयान पर सवाल उठाया कि वाई एस जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के शासन के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने में कथित तौर पर पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया. कोर्ट ने कहा कि प्रयोगशाला परीक्षण रिपोर्ट बिलकुल भी स्पष्ट नहीं है और प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि ‘अस्वीकृत घी’ का परीक्षण किया गया था.
तिरुपति लड्डू में मिलावट मामले की एसआईटी जांच अस्थायी रूप से स्थगित
आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) द्वारका तिरुमाला राव ने पिछले दिनों बताया था कि राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तिरुपति के लड्डू में पशु वसा के कथित मिलावट मामले की जांच अस्थायी रूप से रोक दी है, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. राव ने कहा कि पिछले दो दिनों में एसआईटी ने खरीद और नमूनाकरण प्रक्रियाओं की जांच की है तथा यह समझने की कोशिश की है कि लड्डुओं में मिलावट कैसे संभव है.