नई दिल्ली : सोमवार से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दिन राज्यसभा में प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शामिल नहीं होगी. कांग्रेस में टीएमसी की सेंधमारी की वजह से इन दोनों राजनीतिक दलों में दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं. ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है.
राज्यसभा में प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र से पहले विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक में तीन कृषि कानूनों की वापसी, पेगासस जासूसी, पेट्रोल-डीजल के दाम और महंगाई जैसे कई अहम मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी. सोमवार की सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस की अध्यक्षता में विपक्षी पार्टियों की बैठक आयोजित की जाएगी.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस की इस बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे. कांग्रेस ने पहले ही अपने नेताओं के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी कर दिया है. इसके जरिए नेताओं को इस बात की जानकारी दे दी गई है कि संसद में जब सोमवार को कृषि कानून वापसी के लिए सरकार की ओर से बिल लोकसभा में पेश किया जाएगा, उस समय सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहना बेहद जरूरी है. पहले ही दिन के सत्र में अनुपस्थित रहने वाले वाले सांसदों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है.
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इस बीच, खबर यह भी है कि कांग्रेस की ओर से सोमवार को बुलाई गई विपक्ष की बैठक में टीएमसी के नेता शामिल नहीं होंगे. टीएमसी के एक नेता ने मीडिया को बताया कि प्रतिपक्ष के नेता की ओर से बुलाई गई बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा के चेयरमैन की बैठक में शामिल होगी. उन्होंने कहा कि संसद के इस सत्र में टीएमसी संसद में कई मुद्दों को उठाएगी.