खत्म होने जा रहे देशभर में टोल प्लाजा, पर क्या आप जानते हैं कि सरकार हर दिन टोल से कितना कमाती है?
अब केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह ऐलान कर दिया है कि एक साल में टोल प्लाजा खत्म हो जायेंगे. टोल प्जामा खत्म होंगे तो सरकार टोल कैसे वसूलेगी. तकनीक का इस्तेमाल कर जीपीएस की मदद से सरकार टैक्स वसूल लेगी. आइये समझते हैं सरकार टोल टैक्स से कितना कमाती है, भविष्य में नयी तकनीक कैसी होगी और सरकार सड़क बनाने के साथ - साथ कैसे नयी तकनीक पर जोर दे रही है.
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सरकार को टोल टैक्स से कितना लाभ, कितना टैक्स वसूला जाता है
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टोल में हुई कमाई यहां खर्च करती है सरकार
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कैसे वसूला जाता है टैक्स
देश के विकास में टोल प्लाजा अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि सरकार को इससे अच्छी खासी आमदनी होती है. फास्टैग के इस्तेमाल से सरकार की आमद बढ़ी है. अभी लगभग 93 फीसद वाहन है जो फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह ऐलान कर दिया है कि एक साल में टोल प्लाजा खत्म हो जायेंगे.
टोल प्लाजा खत्म होंगे तो सरकार टोल कैसे वसूलेगी. तकनीक का इस्तेमाल कर जीपीएस की मदद से सरकार टैक्स वसूल लेगी. आइये समझते हैं सरकार टोल टैक्स से कितना कमाती है, भविष्य में नयी तकनीक कैसी होगी और सरकार सड़क बनाने के साथ – साथ कैसे नयी तकनीक पर जोर दे रही है.
सरकार को टोल टैक्स से कितना लाभ, कितना टैक्स वसूला जाता है.
टोल टैक्स से सरकार को होने वाली आमद का अंजाजा इसी से लगाया जा सकता है. किसान आंदोलन के दौरान 17 टोल प्लाजा पंजाब के अलग – अलग इलाकों में बंद थे. इन 17 टोल प्लाजा के बंद होने से मात्र 6 दिन में सरकार को 4 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ सिर्फ इन 17 टोल प्लाजा ही नहीं पंजाब में कुल 23 टोल प्लाजा है उनमें भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भी काफी नुकसान हुआ.
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नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार रोज का टोल कलेक्शन 104 करोड़ के पार पहुंच गया है. एक आंकड़ा जारी कर एनएचआई ने बताया कि 25 फरवरी को 64.5 लाख से ज्यादा वाहन टोल प्लाजा से गुजरे उनसे 103.94 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ. 16 फरवरी से फास्टैग को अनिवार्य बना दिया और जिस वाहन में यह नहीं लगा है उसे देश भर के इलेक्ट्रॉनिक टोल प्लाजा पर दोगुना भुगतान करना होगा.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के मुताबिक मार्च 2020 तक देश में 566 टोल प्लाजा मौजूद हैं. अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक हाईवे पर मौजूद टोल प्लाजा से NHAI करीब 26851 करोड़ रुपये टोल टैक्स के रूप में वसूल चुकी है. ऐसे में हर महीने टोल टैक्स के रूप में 2237 करोड़ रुपये की एनएचएआई को कमाई हुई. अगर थोड़ा और पीछे चलें और कमाई को समझने की कोशिश करें तो पायेंगे साल 2019-20 में 29 फरवरी तक केंद्र सरकार को 7321 करोड़ रुपये की टोल टैक्स से कमाई हुई थी.
अगर आपने यह आंकड़ा ध्यान से पढ़ा होगा तो पायेंगे कि सरकार की कमाई में कमी आयी है. अगर सरकार टैक्स ज्यादा वसूल रही है तो कमाई में कमी कैसे आयी. ज्यादातर टोल-नाके पीपीपी मॉडल (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत बने हैं. जिसके कारण हाईवे पर प्राइवेट संगठन के साथ ही सरकार का पैसा भी लगता है. जिसके कारण टोल टैक्स का कुछ हिस्सा सरकार के पास चला जाता है तो कुछ हिस्सा हाईवे का निर्माण करने वाले कंपनियों के पास चला जाता है.
टोल में हुई कमाई यहां खर्च करती है सरकार
सरकार टोल टैक्स से हो रही आमद को सड़क बनाने में भी खर्च करती है, हाल में ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हालंही में 25.54 सड़क चंद घंटे में बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. सड़क को बनाने में 500 कर्मचारी काम कर रहे थे . इस हाईवे का निर्माण 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
NHAI ने चार लेन के हाईवे पर सबसे अधिक मात्रा में कंक्रीट बिछाने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया. देशभर में 7.89 लाख करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाओं का निर्माण जारी है इस संबंध में गडकरी ने जानकारी दी है. देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गो की 2,084 परियोजनाओं का निर्माण कार्य जारी है.. इन परियोजनाओं को काम शुरू होने की तारीख से कार्य पूरा करने के लिए दो से तीन साल का समय दिया गया है. उन्होंने बताया कि 63,523 किमी राजमार्गो के निर्माण की इन परियोजनाओं की लागत 7.89 लाख करोड़ रुपये है.
कैसे वसूला जाता है टैक्स
जब हाईवे बनकर तैयार हो जाता तो सरकार टोल वसूलना शुरू करती है. सरकार हर सड़क पर टैक्स नहीं वसूलती टैक्स कहां से वसूला जायेगा इसके कुछ नियम भी हैं जिन सड़कों में लेन बनी है वैसी सड़कों पर टैक्स वसूला जा सकता है.जगह के आधार पर टैक्स अलग – अलग होता है. टैक्स सड़क की चौड़ाई, लंबाई के साथ -साथ वाहन के आकार पर भी निर्भर करता है. सड़क जितना लंबा चौड़ा होगा टैक्स भी उतना ही ज्यादा होगा. सरकार इस टैक्स के पैसों से सड़क की मरम्मत औऱ देखभाल भी करती है.
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अब क्या है सरकार का मिजाज, कैसे खत्म हो जायेंगे टोल प्लाजा
सरकार टोल प्लाजा खत्म करने की योजना पर काम कर रही है. इसका अर्थ है कि मौजूदा व्यस्था अगले साल तक खत्म हो जायेगी . टोल प्लाजा खत्म होंगे टैक्स नहीं यह समझना जरूरी है. टोल प्लाजा की जगह टैक्स कलेक्शन सेंटर ले लेंगे .मौजूद व्यस्था खत्म होगी तो जीपीएस (GPS) से टैक्स खत्म किया जायेगा. इसकी मदद से आपने जितनी दूर तक यात्रा की है टोल भी उतना ही लगेगा. अगर कोई मात्र 35 किमी की यात्रा करता है तो उसे उतना ही टैक्स देना होगा. नये वाहनों में जीपीएस कंपनी की तरफ से लगाकर दिया जा रहा है. पुराने वाहनों के लिए सरकार मुफ्त में जीपीएस लगवायेगी ऐसी चर्चा है. नये सिस्टम में भी फास्टैग का इस्तेमाल किया जायेगा.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak