Tomato Price : कब टमाटर की कीमत होगी कम ? जानें यहां
Tomato Price : उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कीमतों में हालिया वृद्धि के लिए फसल की मौसमी स्थिति को जिम्मेदार बताया. जानें कब कम होगी टमाटर की कीमत
Tomato Price : देश के कई राज्यों में टमाटर की कीमत 200 रुपये के पार चली गयी है. इस बीच सरकार की ओर से बयान जारी किया गया है और कहा गया है कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से नई फसल की अधिक आपूर्ति के साथ टमाटर की खुदरा कीमतों में गिरावट की उम्मीद है. मानसून की बारिश और अन्य कारणों से आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने के कारण देश के कई हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 200-250 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकीं हैं.
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने टामाटर की कीमत को लेकर जानकारी दी और कहा कि महाराष्ट्र में नासिक, नारायणगांव और औरंगाबाद क्षेत्र तथा मध्य प्रदेश से भी नई फसल की आवक बढ़ने से टमाटर की कीमतों में कमी आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि टमाटर की कीमतों में मौजूदा वृद्धि किसानों को अधिक टमाटर की फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है, जिससे आने वाले महीनों में कीमतें स्थिर होने के आसार हैं.
क्यों टमाटर की कीमत में हुई वृद्धि
राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कीमतों में हालिया वृद्धि के लिए फसल की मौसमी स्थिति को जिम्मेदार बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि कोलार (कर्नाटक) में सफेद मक्खी की बीमारी, देश के उत्तरी हिस्से में मानसून की बारिश का तत्काल आगमन, जिसने हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में टमाटर की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला और भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में ‘लॉजिस्टिक्स’ व्यवधान जैसे कारकों के संयोजन की वजह से टमाटर की कीमत में वृद्धि देखी जा रही है. मंत्री ने बताया कि 10-16 जुलाई के सप्ताह के दौरान दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में टमाटर की औसत दैनिक खुदरा कीमत 150 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गयी थी.
सरकार की ओर से सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं टमाटर
देश की राजधानी दिल्ली में 18 जुलाई को औसत खुदरा मूल्य घटकर 130 रुपये प्रति किलोग्राम और पंजाब में 127.70 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया. टमाटर की कीमतों पर अंकुश लगाने और उन्हें किफायती बनाने के लिए सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत उनकी खरीद शुरू कर दी है और उपभोक्ताओं को अत्यधिक रियायती दर पर उपलब्ध करा रही है. राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) के द्वारा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की ‘मंडियों’ से टमाटर खरीद रहे हैं और उन्हें दिल्ली-एनसीआर, बिहार, राजस्थान आदि के प्रमुख उपभोक्ता केंद्रों में सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराया जा रहा है.
टमाटर से लदा ट्रक हाइजैक
इधर, तमिलनाडु के एक दंपति को बेंगलुरु में 2.5 टन टमाटर से लदे ट्रक को हाइजैक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की ओर से इस बाबत जानकारी दी गयी है. पुलिस ने बताया कि, वेल्लोर निवासी दंपति राजमार्गों पर लूटपाट करने वाले एक गिरोह के सदस्य हैं और उन्होंने आठ जुलाई को चित्रदुर्ग जिले के चिक्काजाला में हिरियुर के एक किसान मल्लेश को रोका तथा यह दावा करते हुए उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की कि उसके ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मारी है. पुलिस की मानें तो, जब मल्लेश ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो दंपति ने उससे मारपीट की, उसे ट्रक से बाहर निकाल दिया और 2.5 लाख रुपये से अधिक कीमत के 2.5 टन टमाटर से लदे ट्रक को लेकर फरार हो गये.
किसान के 400 किलोग्राम टमाटर चोरी हुए
महाराष्ट्र के पुणे में एक किसान ने पुलिस से संपर्क कर 400 किलोग्राम टमाटर चोरी होने का आरोप लगाया है. हाल के सप्ताह में समूचे देश में टमाटर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है जिसके बाद इस तरह की खबर अमूमन सुनने को मिल रही है. किसान ने पुलिस को बताया कि इस चोरी के कारण उसे करीब 20 हजार रुपये का नुकसान हुआ है. शिकायतकर्त्ता अरुण धोमे ने पुलिस को बताया कि वह खेत से टमाटर तोड़ने के बाद मजदूरों की मदद से उसे शिरूर तहसील में अपने घर ले आए थे. वह इन टमाटरों को बाजार में बेचने की योजना बना रहे थे. सुबह जब वह उठे तो पाया कि टमाटर की 20 पेटियां गायब थीं जिनका वजन 400 किलोग्राम था.