किसान आंदोलन के समर्थन में स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के सोशल मीडिया में टूलकिट के प्रयोग का मामला तेजी से बढ़ता ही जा रहा है. इधर इस मामले में बैंगलुरू की दिशा रवि को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. हालांकि दिशा की गिरफ्तारी पर राजनीति तेज हो गयी है. इस बीच मीडिया में दिशा और ग्रेटा का व्हाट्सएप चैट सामने आया है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि टूलकिट अपलोड होने के बाद दोनों के बीच बातचीत हुई थी.
एबीपी न्यूज के हवाले से खबर है कि दिशा ने ग्रेटा को टूलकिट शेयर करने के लिए कह रही थी. दिशा ने ग्रेटा को ये बताया है कि उनके खिलाफ UAPA कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है. एबीपी न्यूज ने दावा किया है कि उसके पास ग्रेटा और दिशा के बीच हुई बातचीत की कॉपी मौजूद है.
देखें दोनों के बीच हुई बात-चीत की कॉपी (एबीपी के अनुसार)
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ग्रेटा थनबर्ग – ग्रेटा ने दिशा से कहा, अच्छा होता अगर ये अभी तैयार होता. इसको लेकर मुझे कई धमकियां मिलती. ग्रेटा ने आगे लिखा, इसने तो हंगामा ही खड़ा कर दिया.
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दिशा रवि – अभी भेज रही हूं. दिशा ने आगे ग्रेटा से पूछा, क्या तुम टूलकिट को ट्वीट नहीं कर सकती हो. क्या हम अभी कुछ भी नहीं बोल सकते ? उसके बाद दिशा ने वकीलों से बात करने की बात कही. दिशा ने आगे कहा, I am sorry, इस पर हमारा नाम है और हमलोगों के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई हो सकती है.
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ग्रेटा थनबर्ग – ग्रेटा ने आगे लिखा, मुझे कुछ लिखना है.
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दिशा रवि – उसके बाद ग्रेटा से दिशा ने बोला, क्या तुम मुझे 5 मिनट दे सकती हो, मैं वकीलों से बात कर रही हूं.
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ग्रेटा थनबर्ग – आगे ग्रेटा ने लिखा, कई बार ऐसी नफरत भरी आंधी आती है और ये जबरदस्त होती हैं.
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दिशा रवि – इसपर दिशा ने कहा, पक्का, मुझे माफ करना, हम सब डर गए क्योंकि यहां हालात खराब होने लगे हैं. लेकिन हम ये सुनिश्चित करेंगे कि तुम पर आंच न आए. उसके बाद दिशा ने ग्रेटा से सभी सोशल मीडिया हैंडल को डिएक्टिवेट करने को कहा.
दिल्ली पुलिस ने जूम को लिखी चिट्ठी
इधर दिशा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस लगातार जांच में जुट गयी है. इस मामले में पुलिस ने जूम को भी चिट्ठी लिखी है और उससे मीटिंग में शामिल लोगों के बारे में जानकारी मांगी है. बताया जा रहा है कि 11 और 22 जनवरी को निकिता जैकब, दिशा रवि, शांतनु समेत कई लोग जूम के जरिये मीटिंग की थी. जिसमें कथित रूप से बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन के जरिये देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की बात योजना बनी थी.
टूलकिट केस में मास्टरमाइंड आया सामने
टूलकिट केस में मास्टरमाइंड सामने आया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार पीटर फैड्रिक इस मामले में मास्टरमाइंड है. बताया जा रहा है कि टूलकिट का नाम ग्लोबल फार्मर्स स्ट्राइक और ग्लोबल डे ऑफ एक्शन 26 जनवरी रखा गया था. दिल्ली पुलिस के अनुसार फैड्रिक 2006 से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है.
दिशा की गिरफ्तारी के बाद बवाल
इधर दिशा की गिरफ्तारी पर बवाल शुरू हो गयी है. कांग्रेस सहीत सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने दिशा की गिरफ्तारी को गलत बताया है. इधर दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने बताया कि जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी कानून के अनुरूप की गई है, जो 22 से 50 वर्षीय की आयु के लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता.
श्रीवास्तव ने पत्रकारों से कहा कि यह गलत है जब लोग कहते हैं कि 22 वर्षीय कार्यकर्ता की गिरफ्तारी में चूक हुई. दिशा रवि को तीन कृषि कानूनों से संबंधित किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में गत शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने ‘टेलीग्राम ऐप’ के जरिए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को यह ‘टूलकिट’ भेजी थी और इस पर कार्रवाई के लिए उन्हे मनाया था. पुलिस ने दावा किया है कि रवि के ‘टेलीग्राम’ अकाउंट से डेटा भी हटाया गया है. जैकब और शांतनु के खिलाफ भी गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है.