Loading election data...

PM Modi Mann Ki Baat : पीएम मोदी ने किया ‘छठ’ पर्व का जिक्र, जानें ‘मन की बात’ की दस बड़ी बातें

PM Modi Mann Ki Baat : 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में नदियों को पुनर्जीवित करने के लिये, पानी की स्वच्छता के लिये सरकार और समाजसेवी संगठन कुछ-न-कुछ करते रहते हैं. यही परंपरा, प्रयास, आस्था हमारी नदियों को बचाए हुए है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2021 12:33 PM

PM Modi Man Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में नदी दिवस का जिक्र किया. अपने संबोधन में उन्होंने बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ का उल्लेख किया जिसमें नदियों के किनारे हजारों की संख्‍या में लोग जमा होते हैं. छठ के पर्व में लोग डूबते और उगते सूर्य को अर्ध्‍य देते हैं. ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने नदियों की सफाई की बात की और कहा कि छठ पूजा में नदियों की सफाई की परंपरा है. जन जागृति से नदियों की सफाई मुमकिन है. आजकल एक विशेष E-ऑक्शन, ई-नीलामी चल रही है. उन उपहारों की, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं. इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो ‘नमामि गंगे’ अभियान के लिये समर्पित किया जाएगा.

साल में एक बार तो नदी उत्सव मनाना ही चाहिए : पीएम मोदी

‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में नदियों को पुनर्जीवित करने के लिये, पानी की स्वच्छता के लिये सरकार और समाजसेवी संगठन कुछ-न-कुछ करते रहते हैं. यही परंपरा, प्रयास, आस्था हमारी नदियों को बचाए हुए है. ऐसे काम करने वालों के प्रति एक बड़ा आदर का भाव मेरे मन में जागता है. ‘वर्ल्ड रिवर डे’ जब आज मना रहे हैं तो इस काम से समर्पित सबकी मैं सराहना करता हूं, अभिनन्दन करता हूं. लेकिन हर नदी के पास रहने वाले लोगों को, देशवाशियों को मैं आग्रह करूंगा कि भारत में, कोने-कोने में साल में एक बार तो नदी उत्सव मनाना ही चाहिए.

पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

-प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से कभी कभी तो बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं, और अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था.

-प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग जानते हैं कि स्वच्छता के संबंध में बोलने का मैं कभी मौका छोड़ता ही नहीं हूं और शायद इसीलिए हमारे ‘मन की बात’ के एक श्रोता श्रीमान रमेश पटेल जी ने लिखा हमें बापू से सीखते हुए इस आजादी के “अमृत महोत्सव” में आर्थिक स्वच्छता का भी संकल्प लेना चाहिए हमारे लिए ख़ुशी की बात है.

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में पारंपरिक रूप से ऐसे प्राकृतिक उत्पाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं जो वेलनेस यानि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. ओडिशा के कालाहांडी के नांदोल में रहने वाले पतायत साहू जी इस क्षेत्र में बरसों से एक अनोखा कार्य कर रहे हैं.

-पीएम मोदी ने कहा कि रांची के सतीश जी ने पत्र के माध्यम से झारखंड के एक एलोवेरा गांव की ओर मेरा ध्यान दिलाया है. देवरी गांव की महिलाओं ने मंजू कच्छप जी के नेतृत्व में एलोवेरा की खेती शुरू की, इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभ मिला, और इन महिलाओं की आमदनी भी बढ़ गई. उन्होंने कहा कि आने वाली 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जन्मजयंती होती है. उनकी स्मृति में ये दिन हमें खेती में नए नए प्रयोग करने वालो की भी शिक्षा देता है.

-आज आज़ादी के 75वें साल में हम जब आज़ादी के अमृत महोत्सव को मना रहे हैं, आज हम संतोष से कह सकते हैं कि आज़ादी के आंदोलन में जो गौरव खादी को था आज हमारी युवा पीढ़ी खादी को वो गौरव दे रही है. अमृत महोत्सव में देश में आज़ादी के इतिहास की अनकही गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाने का एक अभियान भी चल रहा है. इस अभियान के लिए 14 अलग-अलग भाषाओं में अब तक 13 हज़ार से ज्यादा लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन किया है. करीब 5000 से ज्यादा नए नवोदित लेखक आज़ादी के जंग में शामिल unsung heros की कथाओं को खोज रहे हैं. देश के युवाओं ने ठान लिया है उन स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास को भी देश के सामने लाएंगे जिनकी गत् 75 वर्ष में कोई चर्चा तक नहीं हुई.

-कुछ ही दिन पहले सियाचिन ग्लेशियर के दुर्गम इलाके में 8 दिव्यांग जनों की टीम ने 15 हज़ार फीट से भी ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित ‘कुमार पोस्ट’ पर अपना परचम लहराकर World Record बना दिया है. यह कारनामा पूरे देश के लिए प्रेरणा है. आज देश में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए कई प्रयास हो रहे हैं. मुझे उत्तरप्रदेश में हो रहे ऐसे ही एक प्रयास One Teacher, One Call के बारे में जानने का मौका मिला. बरेली में यह अनूठा प्रयास दिव्यांग बच्चों को नई राह दिखा रहा है.

-पीएम मोदी ने कहा कि Medicinal Plant के क्षेत्र में Start-up को बढ़ावा देने के लिए Medi-Hub TBI के नाम से एक Incubator, गुजरात के आनन्द में काम कर रहा है. आज के हालात में जिस प्रकार Medicinal Plant और हर्बल उत्पादों को लेकर दुनिया भर में लोगों का रुझान बढ़ा है, उसमें भारत के पास अपार संभावनाएं हैं. बीते समय में आयुर्वेदिक और हर्बल product के export में भी काफी वृद्धि देखने को मिली है. मैं Scientists, Researchers और Start-up की दुनिया से जुड़े लोगों से, ऐसे Products की ओर ध्यान देने का आग्रह करता हूं, जो लोगों की Wellness और Immunity तो बढाए हीं, हमारे किसानों और नौजवानों की आय को भी बढ़ाने में मददगार साबित हो.

Also Read: अमेरिका से 157 कलाकृतियों और पौराणिक वस्तुओं के साथ पीएम मोदी भारत रवाना

-प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 सितम्बर को देश की महान संतान पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी की जन्म-जयंती होती है. पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर, खेती में हो रहे नए प्रयोग, नए विकल्प, लगातार, स्वरोजगार के नए साधन बना रहे हैं. पुलवामा के दो भाइयों, बिलाल अहमद शेख और मुनीर अहमद शेख, की कहानी भी इसी का एक उदाहरण है. तीन साल पहले 25 सितम्बर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी की जन्म-जयंती पर ही दुनिया की सबसे बड़ी Health Assurance Scheme आयुष्मान भारत योजना लागू की गई थी. दीन दयाल जी के जीवन से हमें कभी हार न मानने की भी सीख मिलती है.

-कोरोना संक्रमण का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपनी बारी आने पर Vaccine तो लगवानी ही है पर इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोई इस सुरक्षा चक्र से छूट ना जाए. अपने आस-पास जिसे Vaccine नहीं लगी है उसे भी Vaccine centre तक ले जाना है. Vaccine लगने के बाद भी जरुरी protocol का पालन करना है. आने वाला समय त्यौहारों का है. पूरा देश मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की असत्य पर विजय का पर्व भी मनाने वाला है. लेकिन इस उत्सव में हमें एक और लड़ाई के बारे में याद रखना है – वो है देश की कोरोना से लड़ाई.

Posted By : Amitabh Kumar

Next Article

Exit mobile version