Delhi: 2024 से पहले विपक्षी एकता की कवायद तेज, एमके स्टालिन के नेतृत्व में जुटेंगे विपक्ष के शीर्ष नेता
2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता की कवायद तेज होते दिख रही है, एक तरफ जहां राहुल गांधी के मुद्दे ने विपक्ष में एक नई जान फूंकी है वहीं अब एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके की अगुआई में विपक्षी एकता का प्रदर्शन के लिए सोमवार को दिल्ली में किया जाएगा.
2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता की कवायद तेज होते दिख रही है, एक तरफ जहां राहुल गांधी के मुद्दे ने विपक्ष में एक नई जान फूंकी है वहीं अब एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके की अगुआई में विपक्षी एकता का प्रदर्शन के लिए सोमवार को दिल्ली में किया जाएगा, जिसमें कई गैर-बीजेपी नेता शामिल होंगे. सम्मेलन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शामिल होने जा रहे हैं.
TMC, AAP, और BRS के प्रतिनिधि भी होंगे शामिल
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी अपने प्रतिनिधियों को वर्चुअल रूप में भाग लेने के लिए भेजने की योजना बनाई है. वहीं इस कार्यक्रम में ऑफलाइन बैठक में डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अध्यक्षीय भाषण देंगे.
2024 से पहले विपक्षी एकता का प्रयास
विपक्ष की इस महत्वपूर्ण बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने अपने सांसद डेरेक ओ ब्रायन , आप ने सांसद संजय सिंह और बीआरएस ने अपने सांसद डॉ. केशव राव को शामिल होने की अनुमति दी है. लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता की दिशा में डीएमके का यह दूसरा ऐसा प्रयास है. हाल ही में, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, तेजस्वी यादव, जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, और कुछ अन्य लोग स्टालिन के 70वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक रैली में शामिल हुए थे.
बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन की तैयारी
इस बैठक को बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन तैयार करने लिए स्टालिन के कदम के रूप में देखा जा रहा है, वहीं महासंघ के संयोजक डीएमके सांसद पी विल्सन इसके लिए किसी भी राजनीतिक मकसद से इनकार करते हैं. उन्होंने कहा कहा, “यह पूरे भारत में सामाजिक न्याय आंदोलन को आगे ले जाने और हर किसी के लिए हर चीज के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए है. “