भारतीय सेना में कुल 1733 महिला अधिकारी हैं तैनात, पढ़ें डिटेल
भारतीय सेना में महिलाओं की संख्या बढ़ाने को लेकर रक्षा मंत्रालय ने कई कदम उठाये है. रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2022 से पुणे स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी में महिलाओं के लिए अतिरिक्त 20 पदों का प्रावधान किया. सरकारी प्रयासों के कारण सेना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है, लेकिन फिलहाल यह संख्या काफी कम है.
ब्यूरो, नयी दिल्ली. भारतीय सेना में महिलाओं की संख्या बढ़ाने को लेकर रक्षा मंत्रालय ने कई कदम उठाया है. रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2022 से पुणे स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी में महिलाओं के लिए अतिरिक्त 20 पदों का प्रावधान किया. सरकारी प्रयासों के कारण सेना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है, लेकिन फिलहाल यह संख्या काफी कम है.
भारतीय सेना में महिलाओं की कुल संख्या 1733
रक्षा मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय में भारतीय सेना में महिलाओं की कुल संख्या 1733 है. जबकि आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में एक जुलाई 2023 तक महिलाओं की संख्या 1212, आर्मी डेंटल कॉर्प्स में 168 और मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में 3841 है. इसके अलावा सेना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए शार्ट सर्विस कमीशन के जरिये सालाना 90 पद बनाया गया है. रक्षा मंत्रालय ने आर्टिलरी और वेटनरी यूनिट में भी महिलाओं को तैनात करने का आदेश जून 2023 में जारी किया है.
आर्मी एविएशन में पायलट के रूप में महिला अधिकारियों का प्रवेश शुरू
लोकसभा में पूछे गये एक सवाल के जवाब में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय कुमार भट्ट ने कहा कि आर्मी एविएशन में पायलट के रूप में महिला अधिकारियों का प्रवेश जून 2021 से शुरू हुआ और भारतीय सेना में सैन्य पुलिस कोर में अन्य रैंकों में महिलाओं का नामांकन 2019 में शुरू हुआ है. मौजूदा समय में सेना में महिला अधिकारियों की कुल संख्या 1700 है, जबकि भारतीय सेना के मेडिकल कैडर में महिलाओं की कुल संख्या आर्मी मेडिकल कोर (एएमसी) में 1212 है, आर्मी डेंटल कोर (एडीसी) में 168, मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) में 3841 है.
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IAF के टेस्ट में सफल नहीं हो पायी 20 महिलायें
गौरतलब है कि कुछ दिनों में पूछे गये एक सवाल के जवाब में रक्षा राज्य मंत्री ने बताया था कि कोई भी महिला सेना के विशेष बल में तैनात होने के लिए क्वालीफाई नहीं कर पायी है. क्योंकि वे इसके लिए जरूरी तय मानकों को पूरा करने में सफल नहीं हुई है. भारतीय वायुसेना में 20 महिलाओं ने विशेष बल में सेवा देने की इच्छा जाहिर की, लेकिन वे इसके टेस्ट में सफल नहीं हो पायी. इसी तरह आर्मी के पारा-स्पेशल फोर्स, नेवी के मरीन कमांडो और वायु सेना के गरुड़ कमांडो के लिए एक भी महिला का चयन नहीं हो पाया है.