Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS पूजी खेडकर (Pooja Khedkar) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. पूजा खेडकर पर फर्जी सर्टिफिकेट मामले में कानूनी शिकंजा कसता ही जा रहा है. इसी कड़ी में अब उनकी मां मनोरमा खेडकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूजा की मां मनोरमा खेडकर की मां को न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट पुणे ने तीन दिनों यानी 20 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश करते हुए 7 दिनों के रिमांड की मांग की थी. मनोरमा खेडकर के अलावा पुलिस ने छह अन्य के खिलाफ मौजूदा एफआईआर में आईपीसी की धारा 307 को भी जोड़ा है.
पूजा खेडकर की मां पर धमकाने का आरोप
पुणे पुलिस ने विवादों में घिरी प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को जमीन विवाद में कथित तौर पर बंदूक दिखाकर कुछ लोगों को धमकाने के मामले में हिरासत में लिया है. एक अधिकारी ने बताया कि मनोरमा खेडकर को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया. दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसमें मनोरमा खेडकर पुणे के मुलशी तहसील के धडवाली गांव में भूमि विवाद को लेकर कुछ लोगों को कथित तौर पर बंदूक दिखाकर धमकाती नजर आ रही थीं. इसके बाद से पुलिस मनोरमा और उनके पति दिलीप खेडकर की तलाश में जुटी थी.
इन धाराओं के तहत पुलिस ने दर्ज किया है मामला
पुणे (ग्रामीण) में पौड पुलिस ने खेडकर दंपति और पांच अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा-323 (बेईमानी या धोखाधड़ी से संपत्ति हटाना या छिपाना) सहित अन्य धाराओं और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. पुणे (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने इस मामले में कहा है कि मनोरमा खेडकर को रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया है. बता दें, आरोपी मनोरमा खेडकर उनके पति दिलीप खेडकर समेत अन्य पांच लोगों का पता लगाने के लिए कई टीम गठित की गई थीं.
लॉज में छिपी थीं मनोरमा खेडकर
प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को जमीन विवाद में कथित तौर पर बंदूक दिखाने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि मनोरमा खेडकर महाड के हिरकणीवाड़ी स्थित एक लॉज में छिपी थीं. पकड़े जाने के बाद उन्हें पुणे जिले के पौड पुलिस थाने लाया गया. बताया जा रहा है कि मनोरमा खेडकर लॉज में अपना नाम बदल कर रह रही थीं.
सवालों के घेरे में है पूजा खेडकर
पूजा खेडकर आईएएस परीक्षा के समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में हैं.इसके अलावा पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान भी अपने आचरण को लेकर उनके खिलाफ जांच की जा रही है. वहीं, विवाद के बीच सरकार ने बीते दिनों उनका जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थगित कर दिया और उन्हें 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है. भाषा इनपुट के साथ
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