Tripura Election 2023: क्या फंसेगा कांग्रेस से पेंच, CPM ने जारी की उम्मीदवारों की सूची, जानिए बंटवारे का गणित

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. सीपीएम 43 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. गटबंधन के तहत कांग्रेस को 13 सीट मिला है. लेकिन बंटवारे से कांग्रेस खुश नहीं है. और पार्टी इसपर विचार कर रही है.

By Pritish Sahay | January 26, 2023 10:16 AM

Tripura Election 2023: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में सीपीएम (CPM) ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. त्रिपुरी विधानसभा चुनाव में सीपीएम कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही है. लेकिन सीट बंटवारे में पेंच फंसता दिखाई दे रहा है. दरअसल, सीपीएम ने कांग्रेस को 13 सीटें दी है. लेकिन कांग्रेस 19 सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रही है. इस कारण मामला फंसने की संभावना बन रही है.

सीपीएम कर रही है 43 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी: गौरतलब है कि त्रिपुरा विधानसभा  की 60 सीटों में सीपीएम 43 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. 13 सीट कांग्रेस को दे रही है. जबकि, एक-एक सीट फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी और सीपीआई दी गई है. इसके अलावा एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के लिए छोड़ी है.

कांग्रेस कर रही है तैयारी: वहीं, सीट बंटवारे से नाखुश कांग्रेस ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चुनाव को लेकर 42 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं. इससे साफ है कि अगर सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बनी तो कांग्रेस अलग से चुनाव लड़ने पर भी विचार कर सकती है.

माणिक सरकार को नहीं मिला टिकट: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव को लेकर सीपीएम ने काफी मंथन के बाद उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है. और 43 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने चुनाव में करीब दो दर्जन नये चेहरों को तरजीह दी है. लेकिन सबसे बड़ी बात की इस बार चुनाव में पार्टी ने पूर्व सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता माणिक सरकार को टिकट नहीं दिया है.

Also Read: Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात, जमीन से लेकर आसमान तक नजर

त्रिपुरा में 1100 मतदान केंद्र संवेदनशील: बता दें, त्रिपुरा में कुल 3328 मतदान केंद्रों में से 1100 को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है. निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 28 मतदान केंद्रों की पहचान सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण के रूप में की गई है, जहां पिछले चुनाव के दौरान एक उम्मीदवार को 70 फीसदी से अधिक वोट मिले थे. त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कहा कि साल 2018 के विधानसभा चुनावों और 2019 के लोकसभा चुनावों की जानकारी के आधार पर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के आधार पर 1100 मतदान केंद्रों को संवेदनशील और 28 को सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण के रूप में चिन्हित किया गया है. 

Next Article

Exit mobile version