Loading election data...

Tripura Violence : त्रिपुरा में भाजपा और लेफ्ट के बीच हिंसक झड़प, तोड़फोड़ और आगजनी, सीताराम येचुरी गुस्से में

Tripura Violence : त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर शहर में उपद्रव उस वक्त हुआ जब माकपा की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुलूस निकाला और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने सत्तारुढ़ भाजपा के कार्यकर्ता पर कथित तौर पर हमला किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2021 9:47 AM

Tripura Violence : त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं और मुख्य विपक्षी माकपा के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें कई लोग घायल हो गये. इस हिंसा को लेकर मकपा नेता सीताराम येचुरी नाराज हैं. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर हिंसा का ऐ वीडियो शेयर किया और इसके लिए भाजपा को दोषी बताया. सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया कि भाजपा विपक्ष से इतनी डरी हुई क्यों है? ये हमले निंदनीय हैं और इन्हें तुरंत रोकना चाहिए.

बताया जा रहा है कि त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर शहर में उपद्रव उस वक्त हुआ जब माकपा की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुलूस निकाला और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने सत्तारुढ़ भाजपा के कार्यकर्ता पर कथित तौर पर हमला किया. मामले को लेकर पुलिस ने जानकारी दी कि पास में ठहरे भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जवाबी कार्रवाई करते हुए डीवाईएफआई के जुलूस पर हमला किया.

आगे पुलिस ने बताया कि दो से तीन लोग घायल हुए हैं लेकिन उनकी राजनीतिक संबद्धता का पता नहीं चल पाया है. सूत्रों के अनुसार, उदयपुर झड़प के बाद अगरतला, विशालगढ़ और कथलिया में माकपा के पार्टी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई. दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार को पहले दौर की हिंसा के बाद झड़पें हुईं, जब त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार को कथित तौर पर धनपुर जाने से रोका गया था.

पुलिस ने बताया कि उदयपुर के घायल भाजपा कार्यकर्ता को गंभीर हालत में अगरतला के जीबी पंत अस्पताल में स्थानांतरित किया गया. उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने व और उपद्रव रोकने के लिए पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात करना पड़ा. अधिकारियों ने यह भी कहा कि अज्ञात उपद्रवियों के एक समूह ने माकपा के उदयपुर पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की, जबकि पूर्व वाम मोर्चा मंत्री रतन भौमिक के एक वाहन को आग लगा दी गई.

Also Read: विधानसभा का घेराव करने पहुंचे भाजपाइयों पर पुलिस ने बरसायी लाठियां, सांसद संजय सेठ समेत कई बड़े नेता हुए घायल

झड़प के तुरंत बाद कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. बाद में मीडिया से बात करते हुए, मंत्री ने कहा कि माकपा की युवा शाखा ने पुलिस से पूर्व अनुमति लिए बिना एक रैली निकाली थी. उन्होंने कहा कि सरकार हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी. इस बीच, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार की हिंसा के विरोध में सोनामुरा उपमंडल के धनपुर में एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया। बाद में शाम को, भाजपा सदर जिला इकाई ने राजधानी अगरतला में एक विरोध रैली भी की.

भाषा इनपुट के साथ

Posted By : Amitabh Kumar

Next Article

Exit mobile version