TRP Scam Case नयी दिल्ली : फर्जी टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) विवाद में BARC ने एक बड़ी घोषणा की है. ब्राडकॉस्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) ने सभी चैनलों की वीकली रेटिंग को अगले 8 से 12 हफ्ते के लिए रोक लगाना चाहता है. BARC ने कहा है कि वह फेक रेटिंग के दावों के बीच अपने सिस्टम की फिर से समीक्षा करेगी. इस दौरान BARC चैनलों की इंडिविजुअल रेटिंग भी जारी नहीं करेगा.
BARC ने कहा है कि सिस्टम की समीक्षा में लगभग 8 से 12 हफ्ते का समय लग सकता है, इसके कारण समीक्षा के दौरान रेटिंग जारी नहीं की जायेगी. बता दें कि कथित टीआरपी घोटाला उस समय प्रकाश में आया जब BARC ने हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिए शिकायत दर्ज कराकर यह आरोप लगाया था कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के साथ हेराफेरी कर रहे हैं. फिलहाल यह मामला अदालत में है.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को रिपब्लिक मीडिया ग्रुप से मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट्स (टीआरपी) घोटाला मामले में बंबई हाईकोर्ट के पास जाने को कहा. न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी की पीठ ने कहा कि उच्च न्यायालय कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान काम करता रहा है और मीडिया समूह को उसके पास जाना चाहिए, क्योंकि उसका कार्यालय वर्ली में है.
Also Read: क्या है Fake TRP का खेल ? जानें, इस मामले में फंसे Republic TV के मालिक को क्या हो सकती है सजा…
मीडिया हाउस के लिए पेश हुए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने जारी जांच को लेकर संशय जताते हुए कहा, ‘हाल के दिनों में आयुक्तों के साक्षात्कार देने का चलन देखा जा रहा है.’ मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले के संबंध में एक मामला दर्ज किया है और जांच के लिए रिपब्लिक टीवी के मुख्य वित्तीय अधिकारी एस सुंदरम को सम्मन जारी किया है.
पुलिस ने ‘फक्त मराठी’ और ‘बॉक्स सिनेमा’ के मालिकों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के मालिकाना हक वाले आर्ग आउटलाइयर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने न्यायालय में यह याचिका दायर की है.
Posted By: Amlesh Nandan.