republic tv trp : रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क (Republic Media Network) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विकास खानचंदानी को 15 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. उन्हें मुंबई पुलिस ने कथित टीआरपी (Television rating points) घोटाले के सिलसिले में रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 15 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. खानचंदानी को पुलिस की अपराध खुफिया इकाई (CIU) ने उनके आवास से गिरफ्तार किया.
अब तक 13 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
टीआरपी में गड़बड़ी के सिलसिले में अब तक पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.
रिपब्लिक टीवी ने आरोप से किया इनकार
इधर रिपब्लिक टीवी ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कुछ भी गलत करने की बात से इनकार किया.
Maharashtra: Republic TV CEO Vikas Khanchandani remanded to police custody till December 15 in alleged TRP manipulation case https://t.co/Vpu2zlH0xN
— ANI (@ANI) December 13, 2020
क्या है पूरा मामला, यहां समझें
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (Broadcast Audience Research Council) ने कुछ चैनलों द्वारा टीआरपी में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए हंसा रिसर्च एजेंसी के जरिए शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने कथित घोटाले की जांच शुरू की थी.
टीआरपी में कुछ घरों में मशीनों को लगाकर दर्शकों की संख्या का पता लगाया जाता है. इसकी रेटिंग विज्ञापन देने वालों को आकर्षित करने के लिए अहम होती है. बार्क ने कुछ घरों में टीवी के दर्शकों की संख्या रिकॉर्ड करने वाले बैरोमीटर लगाने और उनकी देख-रेख करने का जिम्मा हंसा को दिया हुआ है.
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आरोप है कि जिन कुछ घरों में बैरोमीटर लगाए गए थे, उनमें से कुछ परिवारों को रिश्वत देकर टीवी पर कुछ विशेष चैनल चलाने के लिए कहा गया ताकि उनकी टीआरपी बढ़े. हाल में दायर किए गए आरोप पत्र में पुलिस ने आरोप लगाया है कि हंसा के एक अधिकारी ने बैरोमीटर वाले घरों को टीवी पर बॉक्स सिनेमा, फक्त मराठी, महा मूवी और रिपब्लिक टीवी चलाने के लिए पैसे दिए हैं.