तेलंगाना में YouTube चैनल के ऑफिस पर हमला मामले में भिड़ गये टीआरएस और भाजपा के समर्थक

youtube चैनल के कार्यालय पर हमला के मुद्दे पर तेलंगाना में टीआरएस और बीजेपी समर्थकों में जुबानी जंग तेज हो गयी है. जानें क्या है पूरा मामला...

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2021 4:41 PM
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हैदराबाद: तेलंगाना में यूट्यूब चैनल के ऑफिस पर हुए हमला का मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है. इस मामले में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं कार्यकर्ताओं में जुबानी जंग तेज हो गयी है.

तेलंगाना में हाल में भाजपा में शामिल हुए चिंतापांडु नवीन कुमार को लेकर तेलंगाना राष्ट्र समिति और भाजपा के बीच जुबानी जंग शुरू हो गयी है, क्योंकि कुमार ने मंत्री केटी रामा राव के बेटे के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

इस टिप्पणी से नाराज तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के समर्थकों ने नवीन कुमार उर्फ ‘तीनमार मल्लाना’ के कार्यालय पर कथित तौर पर शुक्रवार की रात को हमला कर दिया. साथ ही वहां तोड़फोड़ की. नवीन कुमार एक यूट्यूब चैनल संचालित करते हैं.

इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. संपर्क करने पर मल्काजगिरी के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ने रविवार को बताया कि उन्हें नवीन कुमार से शिकायत मिली है और मामले की जांच की जा रही है.

एसीपी ने कहा, ‘हम कथित हमलावरों की पहचान कर रहे हैं.’ निजामाबाद सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अरविंद धर्मापुरी ने हमले की निंदा करते हुए इसे कायराना कृत्य बताया.

धर्मापुरी ने ट्वीट किया, ‘मैं टीआरएस पार्टी के गुंडों द्वारा तीनमार मल्लाना पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं. भाजपा और उसके कैडर पर हमला इस बात का सबूत है कि मुख्यमंत्री केसीआर और उनके बेटे केटीआर को सत्ता जाने का डर सता रहा है. तेलंगाना पुलिस को इस पर जरूर कार्रवाई करनी चाहिए और इस घटना में संलिप्त अपराधियों को उजागर करना चाहिए.’

इससे पहले, केटी रामा राव ने राजनीतिक मुद्दों में बच्चों को घसीटने और किसी के रंग-रूप के बारे में टिप्पणी करने की निंदा की थी. रामा राव ने 24 दिसंबर को ट्वीट किया, ‘जेपी नड्डा जी, क्या आप तेलंगाना में भाजपा नेताओं को यह शिक्षा देते हैं? यही संस्कार है कि मेरे छोटे बच्चे को भाजपा के मुखपत्र में भद्दी राजनीतिक टिप्पणियों मे घसीटा गया और उसके रंग रूप को लेकर टिप्पणी की गयी? आपको नहीं लगता कि हम भी इसी तरह की टीका टिप्पणी अमित शाह जी या मोदी के परिवार के खिलाफ कर सकते हैं?’

रामा राव ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि दुर्भाग्यवश अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर सोशल मीडिया पत्रकारिता की आड़ में अपशब्द कहने का चलन बढ़ता जा रहा है.

Posted by: Mithilesh Jha

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