किसानों के ‘Delhi Chalo’ मार्च पर ट्वीट वार, कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनोहर लाल खट्टर आमने-सामने, जानें राहुल गांधी ने क्या कहा…
Farmers Delhi Chalo Protest : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च के खिला हरियाणा सरकार के सख्त रवैये को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा सरकार की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार जिस तरह शक्ति के साथ किसानों को दिल्ली जाने से रोक रही है वह पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है.
Farmers Delhi Chalo Protest : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के खिला हरियाणा सरकार के सख्त रवैये को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा सरकार की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार जिस तरह शक्ति के साथ किसानों को दिल्ली जाने से रोक रही है वह पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर एक के बाद एक ट्वीट आने लगे हैं और ट्वीट वार शुरू हो गया है. अमरिंदर के इस ट्वीट के जवाब में मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट किया-अमरिंदर सिंह, मैं यह दोबारा कह रहा हूं कि मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर किसानों के एमएसपी में कोई दिक्कत आयी. इसलिए भोलेभाले किसानों को बरगलाना उन्हें उकसाना बंद कीजिए. मैं पिछले तीन दिनों से आपसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा था, पर दुख है कि आपने संपर्क करना उचित नहीं समझा.
Shocked at your response ML Khattar Ji. It's the farmers who've to be convinced on MSP, not me. You should've tried to talk to them before their Dilli Chalo. And if you think I’m inciting farmers then why are Haryana farmers also marching to Delhi?: Punjab CM Capt Amarinder Singh https://t.co/X8mma9KmNc
— ANI (@ANI) November 26, 2020
मनोहर लाल खट्टर के इस ट्वीट पर अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर जवाब दिया. मैं आपकी प्रतिक्रिया से चौंक गया हूं. एमएसपी को लेकर किसानों को आश्वस्त करना है मुझे नहीं. आपकी कोशिश यह होनी चाहिए थी कि इनके ‘दिल्ली चलो’ मार्च से पहले इनसे बात करते. और अगर आपको लगता है कि मैं किसानों को उकसा रहा हूं तो जरा बताइए कि हरियाणा के किसान भी क्यों दिल्ली चलो का हिस्सा क्यों हैं.
इस ट्विटर वार में शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल भी कूदे. उन्होंन कहा कि आज पंजाब का 26/11 है. आज हम उस घटना के साक्षी बने हैं, जिसमें लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने की भी मनाही है. अकाली दल ने हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि किसानों के अधिकारों के लिए किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को दबा दिया गया. किसान किसी पार्टी के बैनर तले विरोध नहीं करना चाह रहे थे, वे एकजुट हैं और कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने ट्वीट किया-किसान हैं इसलिए कोरोना के डर से उन्हें रोक दिया गया, चुनाव होते तो अभी लाखों की भीड़ इकट्ठी करके भाषण सुनाते. किसानों के खिलाफ बल प्रयोग करके हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार घिर गयी है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. नहीं हुआ है अभी सवेरा, पूरब की लाली पहचानचिड़ियों के जगने से पहले, खाट छोड़ उठ गया किसानकाले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़,अन्याय की बिजली चमकती चम-चम मूसलाधार बरसता पानी,ज़रा ना रुकता लेता दम! मोदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ देश का किसान डटकर खड़ा है.
Posted By : Rajneesh Anand