मणिपुर हमला: PLA व MNPF ने ली हमले की जिम्मेदारी, म्यांमार सीमा पर सेना चौकस
Manipur Attack: मणिपुर के चुराचांदपुर में हुए हमले की सूचना मिलने के बाद ही संदिग्ध आतंकवादियों और उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन लांच कर दिया गया.
Manipur Attack: मणिपुर में प्रतिबंधित दो उग्रवादी संगठनों ने शनिवार को असम राइफल्स की एक टीम पर घात लगाकर किये गये हमले की जिम्मेदारी ली है. इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर विप्लव त्रिपाठी और उनके परिवार के दो सदस्यों सहित 7 लोग मारे गये. कर्नल त्रिपाठी की मौत के बाद सेना ने इस मामले को गंभीरता से लिया और म्यांमार की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है.
मणिपुर में हुए इस जघन्य हमले की पूरी जानकारी सेना प्रमुख एमएम नरवणे को दी गयी. मणिपुर के चुराचांदपुर में हुए हमले की सूचना मिलने के बाद ही संदिग्ध आतंकवादियों और उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन लांच कर दिया गया. भारतीय सेना ने मणिपुर से सटी म्यांमार की सीमा पर निगरानी बढ़ा दी, ताकि हमलावर देश छोड़कर भाग न सकें.
सरकारी सूत्रों ने कहा कि म्यांमार सीमा पर छोटी से छोटी गतिविधि पर नजर रखने के निर्देश दिये गये हैं. सेना किसी भी सूरत में हमलावरों को बख्शने के मूड में नहीं है. बताया जा रहा है कि सेना मुख्यालय पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए है और संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये जा रहे हैं.
Also Read: मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर आतंकी हमला, CO समेत 7 की मौत, पीएम मोदी ने कही ये बात
उधर, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नगा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) ने एक संयुक्त बयान में दावा किया कि उन्होंने चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में अर्द्धसैन्य बल पर हमले को अंजाम दिया. हमले में असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और छह साल के बेटे के अलावा सुरक्षा बल के चार जवान शहीद हो गये.
Also Read: मणिपुर हमला: शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के दादा थे स्वतंत्रता सेनानी, विरासत में मिली थी देशभक्ति
Posted By: Mithilesh Jha