भोपाल : मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगल इन्फेक्शन के कारण मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गयी. बताया जाता है कि इन लोगों का मस्तिष्क प्रभावित था. वहीं, मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना के साइड इफेक्ट ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भी व्यवस्थाएं की गयी हैं.
Madhya Pradesh | Two people have died due to black fungal infection as their brain was affected. Total 13 patients have been detected with this infection here so far: Dr Shweta Walia, Designated Professor, Eye Department, Maharaja Yeshwantrao Hospital, Indore pic.twitter.com/8Tp8VpE0YA
— ANI (@ANI) May 11, 2021
जानकारी के मुताबिक, इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल के नेत्र विभाग की प्रोफेसर डॉ श्वेता वालिया ने मंगलवार को बताया कि ”ब्लैक फंगल संक्रमण के कारण दो लोगों की मौत हो गयी है, क्योंकि उनका मस्तिष्क प्रभावित था. इस संक्रमण से अब तक कुल 13 रोगियों का पता लगाया गया है.
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को वर्चुअल कैबिनेट की बैठक में कहा कि कोरोना के इलाज के साइड इफेक्ट ब्लैक फंगस के इलाज की भी व्यवस्थाएं की गयी हैं. प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार नियंत्रण में आ रहा है. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25% तक पहुंच गयी थी, जो लगातार कम हो रही है. अब यह घट कर 14.78% हो गयी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंदौर और भोपाल के बाद जबलपुर में भी ब्लैक फंगस के मामलों की पुष्टि हुई है. प्रदेश में अब तक दर्जन भर से ज्यादा मामले सामने आये हैं. यह इतना खतरनाक है कि लोगों की जान बचाने के लिए मरीजों की आंखें भी निकालनी पड़ सकती हैं.
बताया जाता है कि कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों के इलाज में स्टेरॉयड का इस्तेमाल किये जाने से शुगर बढ़ने से ब्लैक फंगल इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है. लंबे समय से डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.