उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या (Udaipur Murder Case) के चारों आरोपियों को शनिवार को जयपुर की एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने उन्हें 10 दिन के रिमांड पर एनआईए को भेज दिया. अदालत में पेश करने से पहले आरोपियों को लेकर पुलिस दल एटीएस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के कार्यालय में पहुंचा.
कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपियों को लोगों ने जमकर पीटा
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को जब एनआईए कोर्ट में पेशी के बाद वापस लेकर जा रही थी, उस समय कोर्ट के बाहर भीड़ अचानक आक्रामक हो गयी और सभी आरोपियों की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान सुरक्षाकर्मी देखते रह गये. आरोपियों को बचाने की पूरी कोशिश की गयी, लेकिन लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर थी.
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#WATCH | Udaipur murder incident: Accused attacked by an angry crowd of people while being escorted by police outside the premises of NIA court in Jaipur
All the four accused were sent to 10-day remand to NIA by the NIA court, today pic.twitter.com/1TRWRWO53Z
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 2, 2022
कन्हैयालाल के हत्यारों की पेशी के दौरान शहर में थी अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था
एनआईए ने एटीएस से सभी दस्तावेजी सबूत एकत्र किये. इसके बाद कन्हैयालाल हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों मोहम्मद रियाज अख्तरी, गौस मोहम्मद और उनके साथी आसिफ और मोहसिन सहित चारों आरोपियों को एनआईए और एटीएस के दल ने अदालत में पेश किया. सुरक्षा कारणों से अदालत और शहर के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
क्या है पूरा मामला
उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में मंगलवार को मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने दर्जी कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया. हमलावरों ने नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें विवादित बयान के बाद भाजपा से निलंबित किया गया था.
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों का पाकिस्तानी कनेक्शन
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया. मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं. दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे.