मुंबई : महाराष्ट्र में गुरुवार को महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के खिलाफ गुरुवार को शक्ति परीक्षण होगा. इसके लिए बुधवार को शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ गोवा पहुंच सकते हैं. इससे पहले, उन्होंने असम में कामख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही, खबर यह भी है कि महाराष्ट्र में एमवीए सरकार के शक्ति परीक्षण के खिलाफ चुनौती देने के लिए शिवसेना सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. शिवसेना की ओर से पार्टी के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने याचिका दायर की है.
सुप्रीम कोर्ट 30 जून को सदन के पटल पर अपना बहुमत समर्थन साबित करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती देने वाली शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर शाम 5 बजे सुनवाई की जाएगी. शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. शिवसेना की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका का उल्लेख किया, जिसमें आज तत्काल सुनवाई की मांग की गई. इस याचिका में कहा गया है कि फ्लोर टेस्ट अवैध है.
Supreme Court agrees to hear at 5 pm plea of Shiv Sena chief whip Sunil Prabhu challenging Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari's direction to Chief Minister Uddhav Thackeray to prove his majority support on the floor of the House on June 30.#MaharashtraPolitcalCrisis pic.twitter.com/3PqhbmDWZ2
— ANI (@ANI) June 29, 2022
Senior advocate Abhishek Manu Singhvi, appearing for Shiv Sena, mentions before the Supreme Court the petition of Shiv Sena chief whip Sunil Prabhu, seeking an urgent hearing today; says, "the floor test is illegal."
— ANI (@ANI) June 29, 2022
भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि यह पूरी तरह शिवसेना का अंदरुनी मामला है. इसमें भाजपा का कोई लेना देना नहीं है. शिवसेना की सरकार अल्पमत में है. 30 से 40 विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. महाराष्ट्र में विपक्ष होने के नाते हमने फ्लोर टेस्ट की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट ने यह कभी नहीं कहा है कि महाराष्ट्र में शक्ति परीक्षण नहीं होगा. फिर उद्धव सरकार फ्लोर टेस्ट कराने में घबरा क्यों रही है.
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि वह महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के खिलाफ विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए गुरुवार को मुंबई जाएंगे. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव से गुरुवार को पूर्वाह्न 11 बजे उद्धव ठाकरे नीत सरकार का शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश दिया है.
शिंदे ने गुवाहाटी में पत्रकारों से कहा कि वह अपने गुट के सभी विधायकों के साथ मुंबई पहुंचेंगे. वह अपने समर्थन वाले विधायकों के एक बड़े गुट के साथ एक सप्ताह से गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में ठहरे हुए हैं. गुवाहाटी में होटल से बाहर निकले शिंदे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों की शांति एवं समृद्धि के लिए गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में प्रार्थना की. शिंदे ने मंदिर के बाहर पत्रकारों से कहा कि वह औपचारिकताएं पूरी करने के लिए गुरुवार को मुंबई लौटेंगे. इसका मतलब है कि वह नई सरकार के गठन की प्रक्रिया में भाग लेंगे.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के विधानभवन के सचिव को गुरुवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश दिया है. इस बाबत राज्यपाल कोश्यारी द्वारा मंगलवार की देर रात एक चिट्ठी जारी की गई है. यह चिट्ठी वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा सत्तारूढ़ शिवसेना से बगावत के बीच आया है. शिंदे पार्टी के ज्यादातर विधायकों और कई निर्दलीय विधायकों के साथ पिछले सप्ताह से गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं, जिससे ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार संकट में घिर गई है.
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उधर, कांग्रेस के नेता महाराष्ट्र सरकार को पृथ्वीराज चह्वाण उद्धव ठाकरे नीत गठबंधन को गुरुवार को शक्ति परीक्षण का सामना करने के लिए कहने वाले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की चिट्ठी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ेगा. टीवी चैनलों की खबर के मुताबिक, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के आदेश के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.