देवेन्द्र फडणवीस को ‘कलंक’ बता कर बुरे फंसे उद्धव ठाकरे, अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साधा निशाना
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, देवेंद्र फड़णवीस पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणी निंदनीय है. उन्होंने (उद्धव ठाकरे) साल-2019 में बाला साहेब ठाकरे के विचारों को त्याग दिया, कुर्सी के लालच में सब कुछ भूल गए, उन्हें देवेंद्र फड़णवीस के बारे में बोलने का क्या अधिकार है?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस को नागपुर के लिए कलंक बताकर उद्धव ठाकरे बुरे फंस गए हैं. एक तरह जहां बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्त्ता उद्धव के इस बयान पर बवाल करते नजर आ रहे हैं वहीं अब नितिन गडकरी के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, देवेंद्र फड़णवीस पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणी निंदनीय है. उन्होंने (उद्धव ठाकरे) साल-2019 में बाला साहेब ठाकरे के विचारों को त्याग दिया, कुर्सी के लालच में सब कुछ भूल गए, उन्हें देवेंद्र फड़णवीस के बारे में बोलने का क्या अधिकार है?
Mumbai: Maharashtra: "…The cabinet will be expanded soon… Uddhav Thackeray's comment on Devendra Fadnavis is condemnable. He (Uddhav Thackeray) in the year–2019 abandoned the ideas of Balasaheb Thackeray, forgot everything in the greed of the chair, what right does he have… pic.twitter.com/t19mbXeXHf
— ANI (@ANI) July 11, 2023
गडकरी ने उद्धव ठाकरे को लगाई थी फटकार
इससे पूर्व नागपुर में दिए उद्धव ठाकरे के बयान पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें फटकार लगाई थी. उन्होंने कहा था, नागपुर में श्री देवेन्द्र जी के बारे में श्री उद्धव ठाकरे का बयान निंदनीय है. राजनीति में भाषा का स्तर बरकरार रहना चाहिए. जब हम सरकार में थे तब किए गए विकास कार्यों और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर उन्हें चर्चा करनी चाहिए, लेकिन इस तरह से निचले स्तर पर जाकर व्यक्तिगत आरोप लगाना महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति के अनुरूप नहीं है.
बीजेपी युवा मोर्चा ने उद्धव ठाकरे की पोस्टर में कालिख पोता
इधर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के फडणवीस को लेकर दिए बयान पर बीजेपी ने उनकी घेराबंदी शुरु कर दी है. उद्धव ठाकरे के विरोध में जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर फाड़े तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बयान को निंदाजनक बताया है. वहीं खुद का विरोध होते और घिरता देख उद्धव ठाकरे को सफाई देनी पड़ी. उद्धव ने कहा कि मैंने क्या गलत बोला है? वहीं इससे पहले उद्धव ने देवी मां की कसम खाते हुए बीजेपी पर धोखा देने का आरोप लगाया था.