‘मैं भाजपा से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं’, अयोध्या पहुंचकर उद्धव ने भरी हुंकार
Uddhav Thackeray महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के सौ दिन पूरे होने के मौके पर भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे और दर्शन के बाद कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है.
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के सौ दिन पूरे होने के मौके पर भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे . रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं यहां आ सका. ठाकरे ने कहा कि मैं यहां की सरयू आरती में भी शामिल होना चाहता था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण मैं इसमें शामिल नहीं हो रहा हूं. मैं दोबारा इसमें शामिल होने के लिए आऊंगा. ठाकरे ने शिवसेना फंड से से एक करोड़ रुपये मंदिर निर्माण के लिए दिये जाने की घोषणा भी की.
ठाकरे ने कहा कि मेरे परिवार से कई लोग यहां आ चुके हैं. मेरे पिता ने भी मंदिर निर्माण के लिए यहां शिला लाया था. यूपी सरकार अगर मुझे जमीन देगी तो मैं अयोध्या में महाराष्ट्र भवन बनाऊंगा, ताकि वहां से आने वाले लोग आराम से आकर रामलला के दर्शन कर सकें. मैं भाजपा से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं…
इससे पहले आज सुबह शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया था कि ठाकरे अपराह्र फैजाबाद पहुंचेंगे. उन्होंने बताया कि ठाकरे राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई ‘‘महत्वपूर्ण” घोषणा कर सकते हैं.
राउत ने शुक्रवार को कहा था कि ठाकरे शहर में सरयू नदी के तट पर होने वाली ‘आरती’ में भाग नहीं लेंगे. महाराष्ट्र में ठाकरे नीत सरकार के शुक्रवार को 100 दिन पूरे हो गए.उन्होंने पिछले साल 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद संभाला था. राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना नीत महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अयोध्या जाने के मौके पर पार्टी ने शनिवार को कहा कि उसकी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है. अपने पूर्व सहयोगी दल भाजपा पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि भगवान राम और हिंदुत्व किसी एक राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं है.
शिवसेना ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने 100 दिन पूरे कर लिए हैं जो उन लोगों के लिए दुख की बात है जिन्होंने दावा किया था कि यह नयी गठबंधन सरकार 100 घंटे से ज्यादा नहीं चलेगी. संपादकीय में कहा गया है, ‘‘जिनकी सरकार 80 घंटे ही चल पाई वे दावा कर रहे थे कि ठाकरे सरकार 100 घंटे तक भी नहीं चलेगी.
लेकिन इस एमवीए सरकार ने न केवल उन्नति की बल्कि अपने प्रदर्शन से लोगों के मन में भरोसा भी कायम किया.” शिवसेना देवेंद्र फड़णवीस सरकार के दूसरे कार्यकाल का जिक्र कर रही थी. यह सरकार पिछले साल नवंबर में महज 80 घंटे ही चल पाई थी. सामना में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ठाकरे के अयोध्या दौरे का स्वागत किया जाना चाहिए क्योंकि वह भगवान श्री राम के चरणकमलों में सरकार द्वारा किए गए कामों के पुष्प अर्पित कर रहे हैं.”
संपादकीय में कहा गया है कि ठाकरे की अयोध्या यात्रा को लेकर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने कई सवाल खड़े किए. इसमें कहा गया है, ‘‘कोई भी सरकार का समर्थन कर सकता है लेकिन उद्धव ठाकरे और शिवसेना बाहर तथा अंदर से एक जैसे ही रहेंगे. विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है. भगवान श्री राम और हिंदुतव किसी एक पार्टी की संपत्ति नहीं है.” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश ‘‘भैयाजी” जोशी की टिप्पणी कि हिंदू समुदाय भाजपा का पर्याय नहीं है और भाजपा का विरोध करने का मतलब हिंदुओं का विरोध नहीं है, का जिक्र करते हुए शिवसेना ने कहा कि इसी तरह अयोध्या सभी का है. शिवसेना ने कहा कि बाल ठाकरे ने दुनिया भर के हिंदुओं में मंदिर के निर्माण को लेकर भरोसा पैदा किया था. पार्टी ने कहा कि महाराष्ट्र को भगवान श्रीराम और छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा दिखाए रास्ते पर चलाया जा रहा है.